विदेश की खबरें | भारतीय-अमेरिकी ट्रंप प्रशासन से बांग्लादेश के खिलाफ प्रतिबंध लगाने का अनुरोध करेंगे
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

वाशिंगटन, 16 नवंबर भारतीय-अमेरिकी बांग्लादेश सरकार के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाने आदि कार्रवाई करने की मांग को लेकर अगले साल नए ट्रंप प्रशासन तथा कांग्रेस से संपर्क करने की दिशा में काम कर रहे हैं। भारतीय-अमेरिकी समुदाय के एक प्रभावशाली नेता ने यह जानकारी दी।

नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बांग्लादेश पर हालिया बयान से उत्साहित भारतीय-अमेरिकी चिकित्सक डॉ. भरत बराई ने विश्वास जताया कि ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने के बाद हिंदू अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न को लेकर दक्षिण एशियाई राष्ट्र बांग्लादेश के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।

बराई ने ‘पीटीआई’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि ट्रंप ने बांग्लादेशी हिंदू और हिंदू मंदिरों के अपवित्रीकरण के बारे में साहसिक बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘ट्रंप एक साहसी व्यक्ति हैं जो स्थिति में सुधार न होने पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने पर विचार कर सकते हैं।’’

वाशिंगटन में वार्षिक दिवाली समारोह में भाग लेते हुए बराई ने कहा कि समुदाय के सदस्य संभावित आर्थिक प्रतिबंधों समेत बांग्लादेशी सरकार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए नए प्रशासन तथा कांग्रेस से बातचीत करने पर सक्रियता से काम कर रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि मोहम्मद युनूस के नेतृत्व में बांग्लादेश की कार्यवाहक सरकार सेना द्वारा नियंत्रित महज एक कठपुतली है। उन्होंने कहा ‘‘वास्तव में सेना देश को चला रही है।’’

उन्होंने पूछा, ‘‘अगर उनके कपड़े निर्यात, जो उनके कारोबार का 80 प्रतिशत है, में कटौती कर दी जाए तो बांग्लादेश के लोग क्या खाएंगे?’’

बराई ने उम्मीद जतायी कि इस तरह के दबाव से बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर अत्याचार रोकने की दिशा में कदम उठाया जा सकेगा।

ट्रंप ने पांच नवंबर को हुए आम चुनाव से पहले एक बयान में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले की निंदा की थी।

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