नयी दिल्ली, 28 नवंबर भारत की 68 सदस्यीय टीम एक से आठ दिसंबर तक कुआलालंपुर में होने वाले एशिया-प्रशांत बधिर खेलों में हिस्सा लेगी।
यह टूर्नामेंट बोलने और सुनने में समस्या से ग्रसित व्यक्तियों के लिए एशियाई खेलों के समतुल्य है और यह बधिर ओलंपिक की तैयारी के लिए भी महत्वपूर्ण है जिसका आयोजन अगले साल जापान में किया जाएगा।
भारतीय खिलाड़ी सात खेलों में हिस्सा लेंगे जिसमें एथलेटिक्स, बैडमिंटन, शतरंज, जूडो, टेबल टेनिस, ताइक्वांडो और कुश्ती शामिल है।
शुक्रवार को भारतीय दल के रवाना होने से पहले भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में विदाई समारोह आयोजित किया।
भारत के दल में 24 कोच, सहयोगी स्टाफ और अधिकारी सहित 92 सदस्य हैं और साइ ने यात्रा, आवास, प्रशिक्षण, उपकरण और टीम किट आदि पर करीब तीन करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
एशिया-प्रशांत खेल पिछली बार 2015 में ताइवान में आयोजित किए गए थे जहां भारतीय खिलाड़ियों ने तीन स्वर्ण और दो रजत पदक जीते थे।
इन खेलों में बधिर ओलंपिक के दोहरे स्वर्ण पदक विजेता अभिनव शर्मा, 2022 बधिर ओलंपिक चैंपियन बैडमिंटन खिलाड़ी जेरलिन अनिका और 86 किग्रा वर्ग पहलवान अमित से पदक की उम्मीद है।
शतरंज को पहली बार इन खेलों में शामिल किया गया है। मल्लिका हांडा सात सदस्यीय भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगी।
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