देश की खबरें | स्थानीय जरूरतों पर विचार के बाद भारत सर्वश्रेष्ठ वैश्विक स्वास्थ्य पद्धति को लागू करे: भूषण

नयी दिल्ली,12 अगस्त केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने शुक्रवार को कहा कि भारत में मेडिकल और पैरामेडिकल संस्थानों का काफी विस्तार हो रहा है और ऐसे में स्थानीय जरूरतों पर विचार करने के बाद सर्वश्रेष्ठ वैश्विक पद्धति को लागू किया जाना चाहिए।

उन्होंने यहां नेशनल मेडिकल लाइब्रेरी (एनएमएल) में एक कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद यह कहा।

भूषण ने एनएमएल की विस्तारवादी कोशिशों को लेकर उसे बधाई दी और इस बात का जिक्र किया कि लाइब्रेरी का संपूर्ण परिदृश्य कोविड-19 महामारी के बाद राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर बदल गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत विश्व के उन गिने-चुने देशों में शामिल है जहां हाल के समय में मेडिकल संस्थानों के विस्तार हुए हैं। इसलिए, हमें वैश्विक प्रौद्योगिकीय प्रैक्टिस को अपनाने में सावधान रहना चाहिए तथा अपनी स्थानीय जरूरतों का ध्यान रखना चाहिए। ’’

उन्होंने हितधारकों से कोविन जैसे डिजिटल मंच विकसित करने और घरेलू स्तर पर सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली विकसित करने का आग्रह किया, जहां भारतीय पद्धति एवं समाधान डिजिटल जगत में वर्चस्व स्थापित कर सके।

एक बयान के अनुसार, भूषण ने इलेक्ट्रॉनिक आईसीयू या टेली आईसीयू और टेलीकंसल्टेशन का उदाहरण देते हुए कहा कि महामारी ने डिजिटल मेडिकल देखभाल के लिए एक परिवेश उपलब्ध कराया है।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार देश में इंटरनेट और मोबाइल प्रौद्योगिकी की तकनीकी मदद लेते हुए इन सेवाओं का विस्तार कर रही है।

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