नयी दिल्ली, 11 जनवरी युवा बैडमिंटन खिलाड़ी अष्मिता चालिहा ने टूर्नामेंट का पहला उलटफेर करते हुए मंगलवार को यहां पांचवीं वरीय येवगेनिया कोसेत्सकाया को हराया जबकि शीर्ष वरीय पीवी सिंधू भी इंडिया ओपन के महिला एकल के दूसरे दौर में जगह बनाने में सफल रही।
मौजूदा विश्व चैम्पियन लो कीन यू और भारत के किदाम्बी श्रीकांत भी दूसरे दौर में पहुंच गए । लो ने कनाडा के शियाओडोंग शेंग को 16 . 21, 21 . 4, 21 . 13 से हराया जबकि श्रीकांत ने पूर्व जूनियर विश्व नंबर एक खिलाड़ी सिरिल वर्मा को 21 . 17, 21 . 10 से मात दी ।
गैरवरीय चालिहा ने दुनिया की 28वें नंबर की रूस की खिलाड़ी को पहले दौर के मुकाबले में सिर्फ 31 मिनट में 24-22 21-16 से हराया जबकि दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू ने हमवतन श्री कृष्णा प्रिया कुद्रावली को 21-5 21-16 से शिकस्त दी।
चिराग सेन को हालांकि पुरुष एकल के पहले दौर में ही मलेशिया के सूंग जू वेन के खिलाफ 8-21 7-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
चालिहा ने येवगेनिया के खिलाफ शानदार शुरुआत करते हुए पहले गेम में अपने दमदार स्मैश से 11-5 की बढ़त बनाई। वह रूस की खिलाड़ी के खिलाफ काफी सहज दिख रही थी।
ब्रेक के बाद भारतीय खिलाड़ी ने काफी गलती थी जिसका फायदा उठाकर रूस की खिलाड़ी ने स्कोर 14-14 कर दिया। येवगेनिया ने 16-19 के स्कोर पर पिछड़ने के बाद एक बार फिर वापसी की और पहला गेम प्वाइंट हासिल किया।
रूस की खिलाड़ी के खिलाफ 2019 में अपना पिछला मुकाबला हारने वाली गुवाहाटी की चालिहा ने इसके बाद विरोधी खिलाड़ी को गलती के लिए मजबूर किया। भारतीय खिलाड़ी ने दो और गेम प्वाइंट बचाए और फिर स्मैश के साथ पहला गेम जीत लिया।
दूसरे गेम में भी पहले गेम की कहानी दोहराई गई। चालिहा ने 11-4 की बढ़त बनाई लेकिन रूस की खिलाड़ी ने स्कोर 16-19 कर दिया। भारतीय खिलाड़ी हालांकि इस बार अधिक नियंत्रण में दिखी और दबाव के बीच धैर्य बरकार रखते हुए गेम और मैच जीत लिया।
चालिहा ने पहले दौर के मुकाबले के बाद कहा, ‘‘पिछले कुछ वर्षों में मैंने काफी मुकाबले नहीं खेले हैं। इसलिए मैं नर्वस थी और इसका पहले गेम के दौरान असर पड़ा। लेकिन पहला गेम जीतने के बाद मैं अधिक आत्मविश्वास से भरी थी इसलिए दूसरे गेम में सहज थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह बड़ी प्रतियोगिता है और रूस की खिलाड़ी के खिलाफ खेलने को लेकर उत्सुक थी लेकिन मैं रक्षात्मक रवैया अपनाया और मैच जीतने में सफल रही।’’
चालिहा ने कहा, ‘‘यह मेरी सबसे बड़ी जीत में से एक है। मैं पहले भी उसके खिलाफ खेली थी लेकिन सीधे गेम में हार का सामना करना पड़ा इसलिए यह मेरी सबसे बड़ी जीत है।’’
चालिहा अब फ्रांस की येले होयॉक्स से भिड़ेगी जिन्होंने भारत की रिया मुखर्जी को 21-14 21-13 से हराया।
सिंधू अगले दौर में मिस्र की हेनी दोहा और भारत की इरा शर्मा के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ेगी। वहीं श्रीकांत का सामना डेनमार्क के किम ब्रून से होगा जिन्होने भारत के शुभंकर डे को 21 . 19, 18 . 21, 21 . 14 से हराया ।
आसान जीत के बावजूद सिंधू ने कहा कि सत्र में ब्रेक के दौरान कौशल को निखारना बैडमिंटन जैसे प्रतिस्पर्धी खेल को सफलता के लिए महत्वपूर्ण है।
सिंधू ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर मुझे अपने खेल को निखारना पड़ा और अपने कौशल पर काम करना पड़ा, साथ ही और शॉट जोड़ने पड़े क्योंकि सभी आपके खेल को पढ़ेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि अपने खेल में बदलाव किया जाए क्योंकि आजकल खिलाड़ी आपके पिछले मुकाबले देखते हैं इसलिए आपको इसी के अनुसार रणनीति बनानी होती है।’’
सिंधू ने कहा, ‘‘कभी कभी आपको खेल को समझना होता है, कभी आपको तेज खेल दिखाना होता है, रैली में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे धैर्य के साथ इस पर काम करना पड़ा, सिर्फ एक तरह का खेल नहीं खेलना है, कभी कभी विरोधी मुझे आक्रामक होकर नहीं खेलने देते इसलिए मुझे रक्षात्मक खेल दिखाना होता है और मुझे इसमें परफेक्ट होना होगा।’’
पहले दौर के मुकाबले के संदर्भ में सिंधू ने कहा, ‘‘मैं काफी समय पहले उसके खिलाफ खेली थी। मैंने मुकाबले को हल्के में नहीं लिया। पहला मुकाबला हमेशा महत्वपूर्ण होता है। स्टेडियम में खेलते हुए पहला दिन, मुझे सुनिश्चित करना था कि मेरे शॉट अच्छे रहें और मैंने बढ़त बरकरार रखी और जीत दर्ज की।’’
पहले सत्र के अन्य मैच में के साई प्रतीक और गायत्री गोपीचंद की मिश्रित युगल जोड़ी ने इशान भटनागर और तनीषा कास्त्रो को 21-16 16-21 21-17 से हराया।
पुरुष युगल में शीर्ष वरीय मोहम्मद अहसन और हेंद्रा सेतियावान की इंडोनेशिया की जोड़ी ने भारत के प्रेम सिंह चौहान और राजेश वर्मा को 21-18 21-10 से हराकर अपने अभियान की शुरुआत की।
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