खेल की खबरें | भारत ओलिंपिक क्वालीफायर में अमेरिका से 0-1 से हारा

रांची, 13 जनवरी भारतीय टीम शनिवार को यहां एफआईएच महिला ओलंपिक क्वालीफायर के शुरुआती मैच में कई मौके गंवाकर निचली रैंकिंग पर काबिज अमेरिका से 0-1 से हार गई।

विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज भारतीय टीम ने दबदबा बनाया और गोल करने के कई मौके बनाए लेकिन अमेरिका के डिफेंस को तोड़ने में असफल रही। भारत ने सात पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये।

विश्व रैंकिंग में 24वें स्थान पर काबिज अमेरिका ने पूल बी के इस मैच के 16वें मिनट में अबीगैल टैमर के बदौलत मैच का एकमात्र गोल किया।

इस हार से भारत की पेरिस ओलंपिक की राह और कठिन हो जाएगी क्योंकि अगले मुकाबलों में उसका सामना मजबूत टीम से होगा।

दोनों टीम के बीच पहले क्वार्टर में मुकाबला टक्कर का था। दोनों टीम सर्कल में प्रवेश करने में सफल रहीं लेकिन गोल नहीं हो सकीं।

भारतीय टीम दोनों ओर अच्छी तरह से हमले नहीं कर पायी जबकि अमेरिका ऐसा करता रहा।

भारतीय टीम की पेनल्टी कार्नर को गोल में तब्दील नहीं करने की परेशानी बरकरार रही जिससे उन्होंने छह मौके गंवाये।

अमेरिका ने 11वें मिनट में कप्तान अमांडा गोलिनी की मदद से गोल दागा लेकिन बाधा डालने के लिए इस गोल को अस्वीकार कर दिया गया जिससे खचाखच भरे स्टेडियम में मौजूद दर्शकों को काफी राहत मिली।

पहले क्वार्टर से कुछ मिनट पहले भारत को बढ़त लेने का अच्छा अवसर मिला जब उदिता ने नेहा के साथ मिलकर अच्छा मौका बनाया। लेकिन अमेरिकी गोलकीपर केल्सी बिंग ने उदिता के प्रयास को नाकाम कर दिया।

भारतीयों को दूसरे हाफ शुरू होने के तुरंत बाद एक करारा झटका लगा जब अमेरिका ने दूसरे क्वार्टर में टैमर की बदौलत एक मिनट बाद अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलायी। इस समय भारत का डी के अंदर रक्षण काफी खराब रहा।

भारत को लगातार दबाव बनाने के कारण तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन अमेरिका ने इनका मजबूती से बचाव किया।

पहले हाफ से कुछ मिनट पहले भारत ने दो और मौके बनाए जिसमें इशिका चौधरी का शॉट गोल से वाइड चला गया और फिर नवनीत कौर के सर्कल के अंदर रिवर्स हिट को बिंग ने सतर्कता से रोक दिया।

दूसरे हाफ में भी भारतीय टीम ने सबक नहीं लिया और मध्य से हमले करना जारी रखा लेकिन अमेरिका ने प्रतिद्वंद्वी के मौकों को विफल कर दिया।

भारत ने गेंद को ज्यादा समय तक अपने पास रखा और यह रणनीति उन पर भारी पड़ी।

जब भी भारतीय खिलाड़ी अमेरिकी सर्कल में पहुंची, उनके पास योजना की कमी दिखी।

भारत ने तीसरे क्वार्टर से 37 सेकेंड पहले एक और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन मौका गंवा दिया।

मेजबान टीम ने एक और मौका बनाया जब मोनिका ने रैफरल मांगा और इससे भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिल गया। लेकिन उनका खराब प्रदर्शन जारी रहा और नवनीत के प्रयास को अमेरिकी गोलकीपर ने आसानी से रोक दिया।

चौथे क्वार्टर के शुरू में वैष्णवी विठ्ल फाल्के को पीला कार्ड (पांच मिनट बाहर रहना) दिखाया गया।

एक गोल से पिछड़ रही भारतीय टीम ने हमले तेज कर दिये और 48वें मिनट में सातवां पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया। नवनीत ने इस बार इसे नेट में पहुंचाया लेकिन इस गोल को अमान्य करार कर दिया गया क्योंकि गेंद ज्योति के पैर से टकराकर अंदर गयी थी।

अमेरिका ने फिर लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये लेकिन गोल नहीं कर सकी।

अंत में टैमर का गोल निर्णायक साबित हुआ।

भारत अब रविवार को न्यूजीलैंड से जबकि अमेरिका इटली से भिड़ेगा।

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