नयी दिल्ली, चार अप्रैल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने जापानी समकक्षों के साथ '2+2' वार्ता के अगले संस्करण के लिए अप्रैल के मध्य में टोक्यो की यात्रा करने वाले हैं। इस वार्ता में यूक्रेन संकट के हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए संभावित प्रभावों सहित कई प्रमुख मुद्दे शामिल होंगे। यह बात इस बारे में जानकारी रखने वाले लोगों ने सोमवार को कही।
जयशंकर और सिंह अमेरिका की यात्रा समाप्त करने के बाद तक्यो की यात्रा करेंगे।
संबंधित व्यक्तियों ने कहा कि दोनों मंत्री 11 अप्रैल को वाशिंगटन में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ '2+2' विदेश और रक्षा मंत्री स्तरीय वार्ता करने के लिए अमेरिका जा रहे हैं।
जापान और अमेरिका दोनों ही क्वाड में भारत के भागीदार हैं और उम्मीद है कि वाशिंगटन तथा तोक्यो दोनों जगह होने वाली वार्ता में यूक्रेन संकट के हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर पड़ने वाले प्रभाव का मुद्दा उठ सकता है।
संबंधित लोगों ने बताया कि सिंह के 10-13 अप्रैल तक अमेरिका में रहने की संभावना है।
सिंह और जयशंकर की तोक्यो की यह यात्रा जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के वार्षिक भारत-जापान शिखर सम्मेलन के लिए करीब एक महीने पहले भारत यात्रा पर आने के बाद हो रही है।
नयी दिल्ली में शिखर सम्मेलन में, किशिदा ने अगले पांच वर्षों में भारत में पांच ट्रिलियन येन (3,20,000 करोड़ रुपये) के निवेश लक्ष्य की घोषणा की थी।
उपरोक्त उल्लेखित व्यक्तियों ने बताया कि 2+2 वार्ता में, दोनों पक्षों द्वारा हिंद-प्रशांत में घटनाक्रमों का जायजा लेने के अलावा रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किए जाने की उम्मीद है।
जापानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी और रक्षा मंत्री नोबुओ किशी करेंगे।
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