नयी दिल्ली, 14 मार्च प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने मंगलवार को कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) मुहैया कराने में सबसे आगे रहने वाले देश के तौर पर उभरा है।
जनरल चौहान ने यह बात भारत की शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की अध्यक्षता के हिस्से के तौर पर रक्षा मंत्रालय के एकीकृत रक्षा स्टाफ (आईडीएस) द्वारा आयोजित एक कार्यशाला में एक डिजिटल संदेश में कही।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इसमें कजाकिस्तान, किर्गिजस्तान, बेलारूस, मंगोलिया, पाकिस्तान और चीन के वक्ताओं ने हिस्सा लिया, साथ ही रूस ने इसमें डिजिटल तरीके से हिस्सा लिया।
जनरल चौहान ने कहा, ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम की हमारी सांस्कृतिक मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए भारत इस क्षेत्र में और उससे आगे एचएडीआर प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।’’
उन्होंने कहा कि तुर्की में हाल ही में आए भूकंप के बाद 'ऑपरेशन दोस्त' का समय पर शुरू होना दुनिया के सभी संभावित कोनों तक मदद पहुंचाने की भारत की इच्छा का प्रमाण है।
सीडीएस ने कहा कि आपदाओं के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए सामूहिक दृष्टिकोण आवश्यक है और इस उद्देश्य के साथ भारत विभिन्न देशों और बहुपक्षीय संगठनों के साथ बहुपक्षीय अभ्यास कर रहा है, जैसे- 2021 में पुणे में बिम्सटेक सदस्यों के लिए एचएडीआर अभ्यास पैनेक्स 21, आसियान सदस्यों के लिए आगरा में 2022 में समन्वय 22 आदि।
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