केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश ने ''सार्वजनिक स्वास्थ्य के मुद्दों का मुकाबला करने के लिए एक ठोस और मजबूत तंत्र'' भी विकसित किया है .’’ उन्होंने कहा, ''देश महामारी से निपटने में सफल रहा है.'' मंडाविया ने यहां जिपमेर इंटरनेशनल स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ खोलने की घोषणा करते हुए कहा कि संस्थान को राष्ट्र के नाम समर्पित किया जाना बेहद महत्वपूर्ण है.
उन्होंने कहा कि यह स्कूल भारत के साथ-साथ दुनिया को विभिन्न वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दों और चुनौतियों से कुशलतापूर्वक निपटने में मदद करेगा. उन्होंने कहा, ''यह सार्वजनिक स्वास्थ्य में उच्चतम स्तर की शिक्षा भी प्रदान करेगा, स्थायी मूल्य-आधारित समाधान उत्पन्न करेगा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सेवाओं और अनुसंधान की क्षमता को मजबूत करेगा.'' यह भी पढ़ें : अस्पताल की सातवीं मंज़िल से फिसलकर गिरा मरीज़, गंभीर रूप से घायल हुआ
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने स्कूल के बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए 66 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. मंत्री ने कहा, ''स्कूल न केवल हमारे देश के लोगों की स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं को पूरा करेगा बल्कि पूरी दुनिया की सेवा भी करेगा. यह ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के भारतीय दर्शन के अनुरूप है.''