नयी दिल्ली, सात नवंबर असम में भारत-भूटान सीमा पर तीसरे देश के नागरिकों के प्रवेश और निकास के लिए एक आव्रजन जांच चौकी का उद्घाटन बृहस्पतिवार को भूटान के प्रधानमंत्री ल्योनचेन दाशो शेरिंग तोबगे की उपस्थिति में किया गया। विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
कार्यक्रम में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री तोबगे ने दर्रांगा में आव्रजन जांच चौकी के चालू होने का स्वागत करते हुए कहा कि इससे पूर्वी भूटान में पर्यटन और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने क्षेत्र में बेहतर संपर्क को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नवंबर 2023 में भूटान नरेश की भारत यात्रा के दौरान ‘‘दोनों पक्षों ने तीसरे देश के नागरिकों के भूमि मार्ग से प्रवेश और निकास को सुविधाजनक बनाने के लिए भूटान और भारत के बीच दर्रांगा (असम)/समद्रुप जोंगखर (भूटान) को आव्रजन जांच चौकी के रूप में नामित करने पर सहमति व्यक्त की थी।’’
उद्घाटन के दौरान असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने भूटान और भारत के बीच लंबे समय से कायम मैत्री संबंधों और सीमा पार बुनियादी ढांचे के विकास तथा लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए हाल की पहल को रेखांकित किया। उन्होंने भूटान सरकार की प्राथमिकताओं के आधार पर साझेदारी को और आगे बढ़ाने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
उद्घाटन समारोह में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार, विदेश राज्य मंत्री पबित्र मार्गेरिटा, भूटान के विपक्ष के नेता दाशो पेमा चेवांग, भारत और भूटान के निर्वाचित प्रतिनिधि और दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
बयान में कहा गया है, ‘‘इससे पहले, तीसरे देश के नागरिकों को केवल पारो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे या जयगांव-फुंटशोलिंग सीमा के माध्यम से भूटान में प्रवेश, निकास की अनुमति थी। तीसरे देश के नागरिकों के लिए इस नयी आव्रजन जांच चौकी के खुलने से संपर्क, पर्यटन और लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।"
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