नयी दिल्ली, 12 सितंबर दिल्ली पुलिस ने रविवार को कहा कि वह नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की कथित हत्या के मामले में दो संदिग्धों के परिवारों के संपर्क में हैं। वजीर का आंशिक रूप से क्षत-विक्षत शव कुछ दिनों पहले राष्ट्रीय राजधानी के एक फ्लैट में मिला था।
प्लास्टिक की थैली में लिपटे सिर के साथ 67 वर्षीय वजीर का शव पिछले बृहस्पतिवार को एक फ्लैट के वॉशरूम में मिला था, जिसे अमृतसर के मूल निवासी उनके परिचित हरप्रीत सिंह (31) ने किराए पर लिया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि उनकी गोली मारकर हत्या की गई है।
वजीर दो सितंबर को दिल्ली आए थे और हरप्रीत सिंह व उसके दोस्त हरमीत सिंह के साथ बसई दारापुर इलाके में किराए के फ्लैट में रह रहे थे। हरप्रीत और हरमीत दोनों फरार हैं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''हमारी टीम जम्मू में है और हम संदिग्धों के परिवारों के संपर्क में हैं। पंजाब में भी हमारी टीमें हैं।''
इस बीच, हरमीत सिंह ने फेसबुक पर एक पोस्ट में दावा किया कि उसने तीखी नोकझोंक के बाद वजीर की सिर पर गोली मारकर हत्या कर दी थी और इसमें हरप्रीत की कोई भूमिका नहीं है।
हरमीत ने दावा किया कि वजीर ने उसे और उसके बेटे को मारने की योजना बनाई थी।
इससे पहले एक पुलिसकर्मी ने कहा था, '' हमारे पास मामले के संबंध में पर्याप्त सुराग हैं और हमारी टीमें उन पर काम कर रही हैं। मृतक के भाई की शिकायत में चार लोगों को नामजद किया गया है। लेकिन हम दो प्रमुख संदिग्धों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम परिवार द्वारा लगाए गए सभी आरोपों की जांच कर रहे हैं और सभी पहलुओं से मामले की तफ्तीश की जा रही है।”
पुलिस के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि पीड़ित के सिर में गोली लगने की चोट है।
उन्होंने कहा कि इलाके के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया गया और पता चला कि आरोपी बुधवार को इमारत में मौजूद थे। एक दिन पहले वजीर का शव मिला था। पुलिस ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि नेकां नेता की दो सितंबर को हत्या की गई थी।
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