जयपुर, दो अक्टूबर राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने जन समस्याओं के समाधान के लिए अपने दो महत्वाकांक्षी अभियान 'प्रशासन गांवों के संग’ व 'प्रशासन शहरों के संग’ की शुरूआत शनिवार को महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसकी औपचारिक शुरूआत करते हुए कहा कि ये अभियान अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को राहत देने की भावना के साथ चलने चाहिए।
मुख्यमंत्री निवास में आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि इन अभियानों में लगने वाले शिविरों के माध्यम से अधिकारी राज्य के गरीब व वचिंत वर्गों को राहत प्रदान करें।
उन्होंने पांच लाभान्वितों को पट्टे वितरित कर दोनों अभियानों का राज्य स्तर पर आगाज किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने गरीबों को उनके आवासों के पट्टे देकर उन्हें राहत देने का निर्णय किया है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि आमजन के सहयोग से ये अभियान सफल होंगे।
इस अवसर पर गहलोत ने गांधी दर्शन म्यूजियम का शिलान्यास एवं महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ गवर्नेंस एण्ड सोशल साइंसेज का लोकार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार जन कल्याणकारी कार्यों के प्रति समर्पित है। युवाओं, बेरोजगारों, किसानों तथा पिछड़े एवं वंचित वर्गों के लिए पिछले तीन बजट में हमारी सरकार ने कई योजनाओं एवं कार्यक्रमों की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से किसानों के लिए पृथक से बजट पेश किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के 31 माह में से करीब 18 महीने कोरोना की चुनौती से निपटने में निकले, इसके बावजूद हमने शानदार काम किया है।
इस अवसर पर नगरीय विकास व आवासन मंत्री शांति धारीवाल, कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने व शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भी विचार रखे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)