नयी दिल्ली, पांच अक्टूबर असम में बाढ़ की स्थिति में सोमवार को मामूली सुधार हुआ और बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या में 30,000 से अधिक की कमी आयी। वहीं दिल्ली में तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई। राष्ट्रीय राजधानी का न्यूनतम तापमान 19.3 डिग्री सेल्सियस रहा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान राजस्थान,उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ और हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए स्थिति अनुकूल होती नजर आ रही है।
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अरुणाचल प्रदेश और ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हुई। इसके साथ ही असम, मेघालय, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तटीय आंध्र प्रदेश में भी भारी बारिश हुई।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने एक बुलेटिन में कहा कि असम में, बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या अब 1,04,625 है जबकि यह संख्या रविवार को 1,35,074 थी।
धेमाजी, मोरीगांव और नौगांव जिलों के कुल 312 गांवों में अभी भी पानी भरा है और 19,737 हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित है।
बुलेटिन के मुताबिक गोलपाड़ा जिले से बाढ़ का पानी बह कर रविवार को धेमाजी में घुस गया।
इस साल असम में बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में अब तक कुल 122 लोगों की जान जा चुकी है।
बुलेटिन के अनुसार मोरीगांव सबसे अधिक प्रभावित होने वाला जिला है, जिसमें 74,993 लोग प्रभावित हैं,जबकि नौगांव में 25,123 और धेमाजी में 4,500 लोग प्रभावित हैं।
आईएमडी ने अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में शुष्क मौसम का पूर्वानुमान जताया है।
वहीं अगले 12 घंटों के दौरान छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर हल्की गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
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