नागपुर, 28 दिसंबर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश के कई क्षेत्रों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), दलितों और आदिवासियों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं है। उन्होंने दोहराया कि अगर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ केंद्र की सत्ता में आया तो जाति आधारित गणना कराई जाएगी।
वहीं, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गरीबों के लिए न्याय योजना लागू करने का वादा किया।
कांग्रेस के दोनों वरिष्ठ नेताओं ने नागपुर शहर में कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस के मौके पर ‘हैं तैयार हम’ नामक रैली को संबोधित किया और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बिगुल फूंका।
नागपुर शहर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का मुख्यालय भी है।
खरगे ने कहा कि नागपुर में दो विचारधाराएं हैं, एक डॉ. बी आर आंबेडकर की जो प्रगतिशील है और दूसरी आरएसएस की जो ‘‘देश को नष्ट कर रही है’’।
आंबेडकर ने अपने समर्थकों के साथ इसी शहर में बौद्ध धर्म अपनाया था।
पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा रैली में शामिल नहीं हुईं।
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘राजनीतिक सत्ता की लड़ाई की नींव विचारधारा है और कांग्रेस का उद्देश्य आम आदमी को सत्ता सौंपना है।’’
उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने बड़ी संख्या में लोगों को गरीबी की ओर धकेल दिया है। गांधी ने कहा, ‘‘हम दो भारत नहीं चाहते। केवल इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) गठबंधन ही युवाओं को रोजगार दे सकता है।’’
उन्होंने दोहराया कि केंद्र में सत्ता में आने के बाद ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार जाति आधारित सर्वेक्षण कराएगी।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मोदी सरकार ने पिछले दस वर्ष में कितने युवाओं को रोजगार दिया है? बेरोजगारी अब सर्वकालिक उच्च स्तर पर है।’’
गांधी ने दावा किया कि ओबीसी, दलितों और आदिवासियों का विभिन्न क्षेत्रों में उनकी आबादी के अनुरूप प्रतिनिधित्व नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद को ओबीसी बताते थे। लेकिन मेरी मांग (जाति आधारित गणना की) के बाद, वह कहते हैं कि केवल एक ही जाति है, गरीब। यदि केवल एक ही जाति है, तो आप क्यों कहते हैं कि आप ओबीसी हैं।’’
गांधी ने कहा कि भाजपा में आदेश ऊपर से आते हैं जबकि कांग्रेस में एक सामान्य कार्यकर्ता भी नेतृत्व पर सवाल उठा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘देश की बागडोर आम आदमी के हाथ में होनी चाहिए। आम आदमी अंग्रेजों और रियासतों दोनों से लड़ रहा था।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि हरित क्रांति, श्वेत क्रांति और सूचना प्रौद्योगिकी क्रांति क्रमशः किसानों, महिलाओं और युवाओं द्वारा शुरू की गई थी, जबकि कांग्रेस सरकारों ने इन क्रांतियों के लिए दृष्टिकोण तैयार किया था।
उन्होंने भाजपा पर सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं पर कब्जा करने का भी आरोप लगाया।
मराठी में बोलते हुए कांग्रेस प्रमुख खरगे ने कहा कि नागपुर क्रांतिकारियों की भूमि है जहां बाबा साहेब आंबेडकर और महात्मा गांधी ने बड़े पैमाने पर काम किया था।
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