अमेरिका, मिस्र और कतर के वार्ताकार एक ऐसा समझौता कराने की कोशिश कर रहे हैं जिसके तहत फलस्तीनी कैदियों की रिहाई और युद्ध में छह सप्ताह के विराम के बदले में हमास कुछ बंधकों को रिहा करेगा। हालांकि, बाइडन की टिप्पणियों पर तत्काल इजराइली प्रतिक्रिया नहीं आई है।
अस्थायी संघर्ष विराम के दौरान शेष बंधकों और इज़राइल द्वारा रखे गए अतिरिक्त फलस्तीनी कैदियों की रिहाई पर बातचीत जारी रहेगी।
हमास के एक अधिकारी ने इस दिशा में किसी भी प्रगति की भावना को नजरअंदाज करते हुए कहा कि समूह अपनी मांगों करे लेकर नरम रुख नहीं अपनाएगा।
दस मार्च के आसपास शुरू होने वाले रमज़ान को संघर्ष विराम समझौते के लिए एक अनौपचारिक समय सीमा के रूप में देखा जा रहा है। यह महीना दुनिया भर के करोड़ों मुसलमानों के लिए अत्यधिक धार्मिक महत्व वाला और सुबह से शाम तक उपवास का समय होता है। अतीत में इस पवित्र माह के दौरान इजराइल-फलस्तीनी तनाव बढ़ा है।
बाइडन ने सोमवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि संघर्ष विराम समझौता अगले सप्ताह तक प्रभावी हो सकता है।
बाइडन ने ‘एनबीसी’ के ‘लेट नाइट विद सेठ मेयर्स’ कार्यक्रम के लिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘रमजान आ रहा है और इजराइलियों ने एक समझौता किया है कि वे रमजान के दौरान (युद्ध) गतिविधियों में शामिल नहीं होंगे, ताकि सभी बंधकों को बाहर निकालने का समय मिल सके।’’
इस अस्थायी विराम के दौरान शेष बंधकों की रिहाई पर बातचीत जारी रहेगी।
अगर आगामी दिनों में कोई समझौता हो जाता है, तो युद्ध विराम की इस अवधि में रमजान भी शामिल होगा। रमजान का महीना 10 मार्च के आसपास शुरू होता है।
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