जरुरी जानकारी | आईसीएआर-सीसीएआरआई ने तटीय कृषि सूचना प्रणाली की शुरूआत की

नयी दिल्ली, नौ नवंबर केंद्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान (सीसीएआरआई) ने किसानों, वैज्ञानिकों और नीति निर्माताओं के लाभ के लिए एक तटीय कृषि सूचना प्रणाली (सीएआईएस) शुरू की है।

आईसीएआर-सीसीएआरआई द्वारा विकसित सीएआईएस को प्रतिकूल जलवायु के प्रति सहिष्णु और आजीविका सुरक्षा के लिए तटीय कृषि पारिस्थितिकी प्रणालियों के विविधीकरण’’ पर चल रहे पांच दिन के अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान शुरू किया गया था। यह कार्यक्रम 11 नवंबर को समाप्त होगा।

कार्यक्रम का आयोजन अंतरराष्ट्रीय वानिकी अनुसंधान केंद्र (सीआईएफओआर) और विश्व कृषि वानिकी (आईसीआरएएफ) के सहयोग से आईसीएआर-सीसीएआरआई द्वारा किया गया था।

इस अवसर पर आईसीएआर के महानिदेशक (प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन) सुरेश कुमार चौधरी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के विभिन्न घटकों के रूप में तटीय क्षेत्रों में विविधीकरण, जलवायु सहिष्णु फसल और आजीविका के महत्व पर जोर दिया।

उन्होंने यह भी कहा कि सीएआईएस किसानों, वैज्ञानिकों और नीति-निर्माताओं को लाभान्वित करने वाली स्थायी तटीय कृषि के लिए एक ज्ञान मंच और एक मार्ग के रूप में कार्य करेगा।

सीआईएफओआर-आईसीआरएएफ के कंट्री निदेशक चंद्रशेखर बिरादर ने जोर देकर कहा कि ‘‘जलवायु परिवर्तन और समुद्र का बढ़ता जलस्तर और विशेष रूप से तटीय क्षेत्रों में कृषि को प्रभावित करने वाला भूमिक्षरण एक वास्तविकता है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, सीआईएफओआर-आईसीआरएएफ एशिया के निदेशक जावेद रिज़वी ने इसमें भाग लेने वाले देशों से आपसी सहयोग के अवसरों की पहचान करने का आग्रह किया।

उद्घाटन समारोह में भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, इंडोनेशिया, मालदीव और वियतनाम के आठ विदेशी और छह राष्ट्रीय प्रतिभागियों ने भाग लिया।

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