ढाका, 8 जनवरी : बांग्लादेश में पांचवें कार्यकाल के लिए चुनी गईं प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को कहा कि वह अपने लोगों की देखभाल मातृ-स्नेह के साथ करती हैं, लेकिन उन्हें नहीं लगता कि महिला होना उनके काम में कोई बाधा डालता है.
उन्होंने कहा, ‘‘असल में जब आप देश चलाते हैं, आपको यह नहीं सोचना चाहिए कि आप पुरुष हैं या महिला.’’ हसीना (76) ने आम चुनाव में निर्णायक बहुमत के साथ लगातार चौथी जीत हासिल करने के कुछ घंटों बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जब मैंने सत्ता संभाली थी, मैंने इस बारे में बहुत सी बातें सुनी थीं. लेकिन जब मैं काम करती हूं, तो मैं कभी नहीं सोचती कि मैं एक महिला हूं.’’
अवामी लीग पार्टी की नेता ने कहा, ‘‘मैं अपने लोगों के लिए काम करने की कोशिश करती हूं और हां, मैं आपको एक बात बता सकती हूं कि एक मां के रूप में महिला (वह) परिवारों की देखभाल करती हैं, बच्चों की देखभाल करती है. मातृ-स्नेह के साथ, मैं अपने लोगों की देखभाल करती हूं और मैं उनकी सहायता करने का प्रयास करती हूं.’’
हसीना हल्के हरे रंग की साड़ी पहने हुई थीं. उन्होंने अपनी तुलना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, श्री लंका की सिरीमावो भंडारनायके और इजराइल की गोल्डा मेर तथा विश्व की अन्य महान प्रधानमंत्रियों या राष्ट्रपति से किये जाने के सवाल का जवाब बुद्धिमत्ता और मुस्कान के साथ दिया. उन्होंने कहा, ‘‘आपने श्रीमती गांधी, सिरीमावो भंडारनायके और गोल्डा मेर का जिक्र किया. वे बहुत महान महिलाएं थीं. मैं नहीं हूं. मैं बहुत साधारण हूं, महज एक आम व्यक्ति। मुझे लगता है कि मैं महज एक आम व्यक्ति हूं.’’
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