नयी दिल्ली, 23 नवंबर हाइब्रिड म्यूचुअल फंड योजनाएं निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं। पिछले सात माह में निवेशकों ने इन योजनाओं में 72,000 करोड़ रुपये से अधिक डाले हैं।
ऋण कोषों के लिए कराधान में बदलाव और अंतरपरण (आर्बिट्रेज) श्रेणी में भारी निवेश से उक्त योजनाओं को बढ़ावा मिला।
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड योजनाएं आमतौर पर इक्विटी और बॉन्ड प्रतिभूतियों में और कभी-कभी सोने जैसी अन्य परिसंपत्ति श्रेणियों में भी निवेश करती हैं।
इसी महीने बॉन्ड कोषों के लिए कराधान में बदलाव के बाद अप्रैल से यह श्रेणी नियमित निवेश आकर्षित कर रही है। इससे पहले, मार्च में इस खंड में 12,372 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई थी।
भारतीय म्यूचुअल फंड एसोसिएशन (एम्फी) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में हाइब्रिड योजनाओं में 9,907 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। अप्रैल-सितंबर में इस श्रेणी ने 62,174 करोड़ रुपये आकर्षित किए थे।
इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में कुल निवेश 72,081 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
आंकड़ों से पता चलता है कि इन 72,081 करोड़ रुपये में सबसे अधिक 48,978 करोड़ रुपये आब्रिट्रेज श्रेणी में डाले गए।
हाइब्रिड कोष मध्यम या कम जोखिम वाले निवेशकों की पसंद हैं।
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