विदेश की खबरें | नेपाल में त्रिशंकु संसद के आसार, नेपाली कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

काठमांडू, 28 नवंबर नेपाल के संसदीय चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलने के कारण त्रिशंकु संसद के आसार बन रहे हैं हालांकि सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाले पांच दलों के गठबंधन को प्रतिनिधि सभा में सबसे ज्यादा सीटें मिलने की संभावना है।

नेपाली कांग्रेस, सीपीएन-माओवादी, सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट, लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनमोर्चा के सत्तारूढ़ गठबंधन ने अब तक सीधे चुनाव में 85 सीटें जीती हैं। विपक्षी सीपीएन-यूएमएल गठबंधन को 56 सीटें मिली हैं।

प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा नीत नेपाली कांग्रेस ने 20 नवंबर को हुए आम चुनाव में 53 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में अपनी बढ़त बनाए रखी। नेपाली कांग्रेस की सहयोगी पार्टी सीपीएन-माओवादी ने 17 सीटें जीती हैं जबकि सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट को 10 सीटें मिली हैं वहीं लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी को चार एवं राष्ट्रीय जनमोर्चा को एक सीट मिली है।

उधर, सीपीएन-यूएमएल को 42 सीटें मिली हैं जबकि उसकी सहयोगी राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी और जनता समाजवादी पार्टी को 7-7 सीटें मिली हैं।

उल्लेखनीय है कि 275 सदस्यीय संसद में बहुमत के लिए किसी पार्टी को कम से कम 138 सीटों की आवश्यकता होती है।

राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, किसी एक गठबंधन को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता बनी रह सकती है।

संसद के 275 सदस्यों में से 165 प्रत्यक्ष मतदान के जरिए चुने जाएंगे, जबकि शेष 110 सदस्य आनुपातिक चुनाव प्रणाली के माध्यम से चुने जाएंगे।

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