देश की खबरें | गाजीपुर प्रदर्शनस्थल पर हुक्का, लंगर का दौर जारी

नयी दिल्ली, पांच फरवरी दिल्ली-उत्तर प्रदेश राजमार्ग पर गाजीपुर बॉर्डर प्रदर्शनस्थल पर शुक्रवार को एक तरफ जहां युवा लंगर सेवा में जुटे दिखाई दिए, वहीं बुजुर्ग समूह बनाकर धूप सेंकते हुए हुक्का गुड़गुड़ाते नजर आए। ये सभी तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में बॉर्डर पर जमे हुए हैं।

पुरुषों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए महिलाओं के छोटे समूहों का भी प्रदर्शनस्थल पर जमावड़ा है। किसान गत नवंबर से ही इन केंद्रीय कानूनों की वापसी की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं।

प्रदर्शन स्थल पर तीन तरफ से लगाई गई सुरक्षा सामग्री के बीच करीब दो हजार लोगों की भीड़ कृषि कानूनों के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के साथ मोर्चेबंदी करती नजर आई।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर से आए रामबीर सिंह ने कहा, ‘‘ जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, हम यहां से नहीं जाएंगे। मैं नवंबर में आंदोलन में शामिल हुआ था और कुछ काम के सिलसिले में करीब एक महीने बाद वापस चला गया था और फिर से गाजीपुर वापस आ गया हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कड़ाके की ठंड के मुश्किल भरे दिन गुजर चुके हैं और अब मौसम बेहतर हो रहा है। हम यहां लंबे समय तक रहने वाले हैं।’’

टिकैत ने बृहस्पतिवार को कहा था कि किसान आंदोलन इस साल के अक्टूबर तक भी खिंच सकता है।

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