नयी दिल्ली, 6 दिसंबर : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि ‘ह्यूमन पेपिलोमावायरस’ (एचपीवी) टीका सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम का हिस्सा नहीं है. एचपीवी संक्रमण से सर्विकल या गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर होता है. नड्डा ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के हिस्से के रूप में गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर सहित सामान्य गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) की जांच, प्रबंधन और रोकथाम के लिए जनसंख्या-आधारित पहल शुरू की गई है.
रोकथाम, नियंत्रण और स्क्रीनिंग की सेवाएं आशा और एएनम कार्यकर्ता महिलाओं समेत प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदान की जा रही है. नड्डा ने कहा कि आबादी आधारित स्क्रीनिंग से जल्द रोग की पहचान और उपचार के माध्यम से बेहतर रोग प्रबंधन में मदद मिलती है. यह भी पढ़ें: हैदराबाद-बेंगलुरु औद्योगिक गलियारा : ईपीसी ठेकेदार का चयन करने के लिए जल्द ही निविदा जारी होगी
भारत सरकार का स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग एनएचएम के तहत राष्ट्रीय गैर-संचारी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम कार्यक्रम के लिए राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को तकनीकी और वित्तीय सहयोग प्रदान करता है.