वाराणसी, 14 दिसंबर : हिंदुत्व नेता साध्वी ऋतंभरा और कई अन्य संतों ने सोमवार को काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन को "ऐतिहासिक क्षण" और शहर के प्राचीन गौरव के "पुनरुत्थान" की दिशा में एक कदम बताया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विशाल परियोजना के पहले चरण के उद्घाटन में भारत के सभी हिस्सों से बड़ी संख्या में संतों और 'महंतों' ने भाग लिया. यह भी पढ़ें : PM Modi in Varanasi: वाराणसी में आज पीएम मोदी की ‘पाठशाला’ 12 मुख्यमंत्री, 9 उपमुख्यमंत्रियों के साथ करेंगे बैठक, सभी को देने होंगे अपने राज्यों की काम की रिपोर्ट
दशाश्वमेध घाट पर शाम की गंगा आरती में शामिल होने के बाद ऋतंभरा ने पीटीआई- से कहा, “जब इतिहास रचा जा रहा है, उसका साक्षी बनना एक अनुभव है.... काशी ने अतीत में बहुत दुख झेले, हमारी आस्था का शोषण हुआ और हमारे भक्ति के केंद्र नष्ट हो गए. लेकिन, समय-समय पर यहां लोगों ने अपनी आस्था भी जाहिर की है.”