
वाशिंगटन, 16 जनवरी अमेरिकी निवेश एवं अनुसंधान कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद कर दिया गया है। इसके संस्थापक नैट एंडरसन ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उद्योगपति गौतम अदाणी और उनके समूह के खिलाफ रिपोर्ट जारी करने के बाद यह कंपनी चर्चा में आ गई थी।
एंडरसन ने कहा, ‘‘ जैसा कि मैंने पिछले साल के अंत से ही अपने परिवार, दोस्तों और अपने दल के साथ यह जानकारी साझा की थी कि मैंने हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने का निर्णय लिया है। योजना मौजूदों विषयों पर जारी काम को पूरा करने के बाद इसे बंद करने की है। पोंजी मामलों पर काम हमने पूरा कर लिया है और इसे विनियामकों के साथ साझा कर रहे हैं....। ’’
हिंडनबर्ग रिसर्च पिछले कुछ वर्षों से अदाणी समूह के खिलाफ अभियान चला रही थी। इसकी 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट में अदाणी समूह पर शेयरों के भाव में हेराफेरी तथा वित्तीय गड़बड़ियों का आरोप लगाया था। उस समय इससे भारतीय अरबपति को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ था। अदाणी तथा उनकी कंपनियों ने हालांकि सभी आरोपों से इनकार किया था।
यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब अमेरिका में सत्ता हस्तांतरण की तैयारी जारी है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के चार साल के कार्यकाल का अंत हो रहा है और 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप शपथ ग्रहण करने जा रहे हैं।
अमेरिका में सदन की न्यायिक समिति के सदस्य रीप लांस गुडेन के अमेरिकी न्याय मंत्रालय से उद्योगपति गौतम अदाणी और उनके समूह की कंपनियों के खिलाफ बाइडन प्रशासन में चलाए गए ‘‘चुनिंदा अभियोजन’’ के संबंध में सभी रिकॉर्ड सुरक्षित रखने का अनुरोध करने के कुछ दिन बाद एंडरसन ने कंपनी को बंद करने की घोषणा की है