गुवाहाटी, 23 मई असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उन्हें आश्वस्त किया है कि असम की बराक घाटी और त्रिपुरा, मिजोरम व मणिपुर के कुछ इलाकों को जोड़ने वाले रेल मार्ग को 10 जुलाई तक चालू कर दिया जाएगा। बाढ़ और भूस्खलन के कारण इन क्षेत्रों में रेल सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
सरमा ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने उन्हें इस महीने के अंत तक दीमा हसाओ जिले के जटिंगा-हरंगाजाओ सड़क की मरम्मत का आश्वासन दिया है।
सरमा ने रविवार को दिल्ली में केंद्रीय मंत्री और एनएचएआई के अधिकारियों से मुलाकात की थी और राज्य में रेल पटरियों और सड़कों को बाढ़ और भूस्खलन से हुए नुकसान पर चर्चा की थी।
इस साल राज्य में बाढ़ के कारण 24 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 22 जिलों में 7.2 लाख से ज्यादा लोग अब भी प्रभावित हैं।
रेल मंत्री से मुलाकात के बाद सरमा ने ट्विटर पर कहा कि रेल मंत्रालय ने दीमा हसाओ जिले में रेलवे नेटवर्क की मरम्मत के लिए 180 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं और काम 10 जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा।
मुख्मयंत्री ने लिखा, “ अहम रेल संपर्क के क्षतिग्रस्त हिस्सों की मरम्मत न केवल असम की बराक और ब्रह्मपुत्र घाटियों के बीच संपर्क को बहाल करेगी बल्कि त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर के कुछ हिस्सों को देश के बाकी हिस्सों से भी जोड़ेगी।”
इस मार्ग पर 15 मई से रेल संपर्क टूटा हुआ है।
सरमा ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि उन्होंने एनएचएआई अध्यक्ष अलका उपाध्याय के साथ राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित राष्ट्रीय राजमार्गों की तत्काल मरम्मत और सभी मौजूदा परियोजनाओं को समय पर पूरा करने पर जोर दिया।
सरमा ने कहा, “खुशी है कि एनएचएआई अध्यक्ष ने 31 मई 2022 तक सड़क के जटिंगा-हरंगाजाओ हिस्से को खोलने का आश्वासन दिया है।”
सरमा ने दीमा हसाओ के दूर-दराज के इलाकों में खाद्य पदार्थ और डीजल को पहुंचाने के लिए वायु सेना और अन्य एजेंसियों का भी आभार जताया है। बाढ़ और भूस्खलन के कारण जिले के दूर-दराज़ के इलाकों से संपर्क टूट गया है।
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