शिमला, 11 अगस्त हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में बृहस्पतिवार को भारी बारिश ने कहर बरपाया। कुल्लू जिले में भूस्खलन में दो महिलाओं की मलबे में दबकर मौत हो गयी जबकि अन्य स्थानों पर अचानक आयी बाढ़ से कई दुकानें और वाहन बह गए तथा राजमार्ग अवरुद्ध हो गए।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश मोख्ता ने बताया कि आनी तहसील की शील ग्राम पंचायत के खदेल गांव में सुबह करीब नौ बजे एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया। इसमें चावेलु देवी (55) और कृतिका (17) की मौत हो गयी।
उन्होंने बताया कि जिले में एक अन्य घटना में आनी तहसील की देवती ग्राम पंचायत में सुबह करीब साढ़े सात बजे बादल फटने के बाद हुई भीषण बारिश में 10 दुकानें और तीन वाहन बह गए।
उन्होंने बताया कि देवती में एक पुराने बस अड्डे और पंचायत इमारत के बह जाने का खतरा भी बना हुआ है। हालात का जायजा लेने के लिए राजस्व विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
अधिकारी ने बताया कि शिमला जिले में चोपाल तहसील के दियांदली नाले में मूसलाधार बारिश के दौरान तीन छोटी कारें और एक पिकअप वाहन बह गया।
उन्होंने बताया कि मंडी जिले में सुबह भूस्खलन के बाद मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है।
मंडी जिला आपात अभियान केंद्र (डीईओसी) ने कहा कि यह घटना पंडोह के समीप 7 मील में हुई, जिसके कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-21 पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। यातायात को कतौला की ओर मोड़ा गया है।
मोख्ता ने बताया कि चंबा जिले में भरमौर तहसील के आला नाला के समीप बादल फटने की घटना में कुछ मशीनें और एक निर्माण कंपनी का गोदाम बह गया।
उन्होंने बताया कि लाहौल-स्पीति जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-3 अवरुद्ध हो गया है। वहां बाढ़ जैसे हालात हैं और कुठबिहाल के समीप लगातार पत्थर गिर रहे हैं। सड़क को साफ कराने का काम चल रहा है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा जिले के उदयपुर उपमंडल में सिंधवाड़ी नाला में अचानक बाढ़ आने से राजमार्ग संख्या 26 अवरुद्ध हो गया है।
मोख्ता ने बताया कि लाहौल उपमंडल में लोते और तोजिंग नाले में भी अचानक बाढ़ आ गई है और नुकसान का आकलन किया जा रहा है। तोजिंग नाले में अचानक बाढ़ आने से एक कार बह गयी। वहां किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गयी है।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक सोलन जिले में बृहस्पतिवार को भारी बारिश के कारण मौजा शामलेचा में सड़क का एक बड़ा हिस्सा टूट जाने से दो कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। हालांकि, इस हादसे में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।
इस बीच, स्थानीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि सुंदरनगर में पिछले 24 घंटे में 141.8 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके बाद हमीरपुर में 120 मिमी, सरकाघाट में 112.3 मिमी, पांवटा साहिब में 97.6 मिमी, चोपाल में 74 मिमी और मंडी में 69.8 मिमी बारिश हुई।
मौसम विभाग ने 14 से 16 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक 14 अगस्त के आसपास बारिश में वृद्धि होगी और अगले तीन या चार दिनों तक बारिश संबंधी गतिविधियां फिर से बढ़ेंगी। इसके अलावा 14 से 16 अगस्त के बीच शिमला, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, चंबा, सिरमौर, सोलन, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना और आसपास के क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।
अधिकारियों के अनुसार इस दौरान शिमला, मंडी, कांगड़ा, चंबा, सिरमौर, सोलन, बिलासपुर, ऊना और आसपास के इलाकों में भी एक या दो बार बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
अधिकारियों ने लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतने का आग्रह करते हुए कहा कि भारी बारिश के कारण कम दृश्यता, भूस्खलन, अचानक बाढ़, बादल फटने, नदियों में पानी का स्तर बढ़ने, सड़कें अवरुद्ध होने की आशंका है।
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