भुवनेश्वर, 14 सितंबर पश्चिम बंगाल से सटे उत्तरी ओडिशा के जिलों में शनिवार को भारी बारिश हुई। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ दिनों में और अधिक बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है।
शनिवार को सुबह साढे आठ बजे तक पिछले 24 घंटों में मयूरभंज जिले के कुसुमी में सबसे अधिक 136 मिमी बारिश हुई, इसके बाद बालासोर के भोगराई और जलेश्वर में क्रमशः 104 मिमी तथा 67 मिमी बारिश हुई।
बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव के पश्चिम बंगाल के गंगा क्षेत्र की ओर बढ़ने के साथ ही आईएमडी ने अगले दो दिनों में ओडिशा के कई इलाकों में अत्यधिक बारिश होने का अनुमान लगाया है।
मौसम विभाग ने एक बुलेटिन में कहा कि 14 सितंबर को ओडिशा के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश, कुछ स्थानों पर भारी बारिश तथा उत्तरी ओडिशा के कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका है।
बुलेटिन में कहा गया है कि 15 सितंबर को कुछ स्थानों पर अत्यधिक बारिश तथा 16 सितंबर को कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की आशंका है।
मौसम विभाग ने रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक मयूरभंज, क्योंझर और बालासोर जिलों में कुछ स्थानों पर 7-20 सेमी की भारी वर्षा और 20 सेमी से अधिक की अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है।
आईएमडी ने भद्रक, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, अंगुल और ढेंकनाल जिलों में कुछ स्थानों पर 7-20 सेमी की अत्यधिक भारी बारिश होने की चेतावनी दी है।
इस अवधि के दौरान देवगढ़, सुंदरगढ़, जगतसिंहपुर, कटक, नयागढ़, बौध, संबलपुर, कालाहांडी, कंधमाल, रायगढ़, गंजम, गजपति और नबरंगपुर जिलों में कुछ स्थानों पर 7-11 सेमी की भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है।
आईएमडी ने शनिवार को अपराह्न साढ़े तीन बजे जारी अपने बुलेटिन में कहा कि पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी क्षेत्र और उससे सटे बांग्लादेश के ऊपर बना गहरा दबाव पिछले छह घंटों में 18 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-दक्षिणपश्चिम की ओर बढ़ रहा है और यह कोलकाता (पश्चिम बंगाल) से 20 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में बांकुरा (पश्चिम बंगाल) से 170 किमी दक्षिणपूर्व में, जमशेदपुर (झारखंड) से 220 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में और रांची (झारखंड) से 320 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में है।
आईएमडी ने कहा कि लोगों को असुरक्षित कच्चे घरों में न रहने और गंतव्यों के लिए निकलने से पहले यातायात जाम के संबंध में जारी परामर्श का पालन करने की सलाह दी गई है।
आईएमडी ने मछुआरों को 16 सितंबर की सुबह तक उत्तर बंगाल की खाड़ी और ओडिशा के तटों पर तथा उसके आसपास जाने से बचने की सलाह दी है।
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