मुंबई, आठ अगस्त दक्षिण पश्चिमी मानसून दो हफ्ते के अंतराल के बाद महाराष्ट्र में एक बार फिर सक्रिय हो गया है। इस बार यह दक्षिणी कोंकण में भारी बारिश लेकर आया है। भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को यह जानकारी दी।
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, राज्य के तटीय जिलों, मुख्य रूप से सिंधुदुर्ग और रत्नागिरी के कुछ हिस्सों में सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटों के दौरान 200 मिमी. से अधिक बारिश हुई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सिंधुदुर्ग और रत्नागिरी में संपर्क मार्गों के जलमग्न होने के कारण कई गांवों और बस्तियों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि दोनों जिलों में कई नदियां उफान पर हैं और पानी खेतों में घुस गया है तथा इससे रिहायशी इलाकों में घर भी प्रभावित हुए हैं।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘सिंधुदुर्ग जिले में कई जगह पिछले 24 घंटों में 250 मिमी से अधिक बारिश हुई। लांजा में राज्य में सर्वाधिक 290 मिमी बारिश दर्ज की गई।’’
अधिकारी ने कहा कि पड़ोसी कोल्हापुर जिले की गगनबावड़ा तहसील में 190 मिलीमीटर और शाहूवाड़ी में 90 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि इसकी तुलना में मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और विदर्भ क्षेत्रों में पिछले 24 घंटों कें दौरान मध्यम स्तर की बारिश हुई।
इसके पहले जुलाई के दूसरे और तीसरे सप्ताह में मराठवाड़ा और विदर्भ में भारी बारिश हुई थी, जिससे कई लोगों की जान चली गई थी और फसलें बर्बाद हो गई थीं।
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