चंडीगढ़, 10 मई कांग्रेस ने शुक्रवार को हरियाणा के राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन देकर राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत ‘अल्पमत’ सरकार को बर्खास्त करने की मांग की।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक बी.बी. बत्रा, विधायक दल के उप नेता आफताब अहमद ने हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को संबोधित ज्ञापन सौंपा जिसमें राज्य की राजनीतिक स्थिति का उल्लेख किया गया है।
इस सप्ताह की शुरुआत में तीन निर्दलीय विधायकों ने नायब सिंह सैनी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था।
कांग्रेस ने कहा कि निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने से भाजपा सरकार विधानसभा में अल्पमत में आ चुकी है।
बत्रा ने बताया कि उन्होंने राज्य के सचिव को अपना ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा, ‘‘ राज्यपाल साहब किसी काम से तेलंगाना चले गए थे।’’
जननायक जनता पार्टी (जजपा) और इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) पहले ही सदन में सरकार से बहुमत साबित करने की मांग कर चुकी हैं।
हरियाणा की विधानसभा में वर्तमान में 88 विधायक हैं। दो सीट-करनाल और रानिया रिक्त हैं। भाजपा के 40, कांग्रेस के 30 और जजपा के 10 विधायक हैं। इनेलो और हरियाणा लोकहित पार्टी के एक-एक सदस्य हैं। छह निर्दलीय सदस्य हैं।
बत्रा ने कहा कि कांग्रेस ने राज्य की ‘अल्पमत’ सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। उन्होंने राज्यपाल से विधानसभा भंग करने की अपील करते हुए कहा, ‘‘ इस (नायब सिंह सैनी की) सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि यह अल्पमत में आ चुकी है। ’’
बत्रा ने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो कांग्रेस ने विधानसभा का सत्र बुलाने की मांग की और सरकार से सदन में विश्वास मत प्राप्त करने का निर्देश देने को कहा।
कांग्रेस ने राज्य में पैदा हुए राजनीतिक संकट के मद्देनजर बृहस्पतिवार को राज्यपाल से मुलाकात करने के लिए समय मांगा था।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ‘अल्पमत’ सरकार को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)