चंडीगढ़, 26 नवंबर मुख्य सचिव विवेक जोशी की अगुवाई वाली एक समिति ने हरियाणा संपोषणीय विकास स्वच्छ वायु परियोजना (एचसीएपीएसडी) के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के मसौदे को मंजूरी दे दी है।
विश्व बैंक के वित्तीय सहयोग वाली इस पहल का लक्ष्य हरियाणा में वायु प्रदूषण का मुकाबला करना तथा संपोषणीय (टिकाऊ) विकास को बढ़ावा देना है।
मंगलवार को यहां जारी एक सरकारी बयान के अनुसार इस परियोजना को छह साल (2024-25 और 2029-30) में अमलीजामा पहनाया जाएगा तथा उसके पहले चरण के लिए 3600 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं।
इस परियोजना में विविध क्षेत्रों में उत्सर्जन की समस्या से निपटने के लिए चरणबद्ध तरीके से काम किया जाएगा।
पहले चरण में गुरुग्राम और फरीदाबाद पर बल दिया जाएगा, जिसमें संस्थागत सुदृढ़ीकरण, कृषि और घरेलू उत्सर्जन (कम करने) पर ध्यान किया जाएगा। बयान में कहा गया है कि कृषि और घरेलू क्षेत्रों में प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से प्रस्तावित कदमों को लागू करने के लिए राज्य भर में प्राथमिकता वाले समूहों की पहचान की जाएगी।
एचसीएपीएसडी के तहत गठित संचालन समिति की बैठक मंगलवार को यहां हुई।
बैठक में जोशी ने परियोजना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अंतर-विभागीय समन्वय और समय पर क्रियान्वयन के महत्व पर बल दिया।
बयान में कहा गया है कि एचसीएपीएसडी टिकाऊ भविष्य बनाने, वायु गुणवत्ता में सुधार लाने और अन्य राज्यों के लिए एक मानक स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
राजकुमार अविनाश
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