हैती (Haiti) की अंतरिम सरकार के इस हैरान करने वाले अनुरोध ने वर्ष 1915 के उन घटनाक्रमों की याद ताजा कर दी है, जब नाराज भीड़ हैती के तत्कालीन राष्ट्रपति विलब्रन गुइलाउमे सैम को घसीटकर फ्रांसीसी दूतावास के बाहर ले आई थी और उसने उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. इसके बाद अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने हैती में सैन्य बलों को भेजा था, जो वहां अराजकता को रोकने के लिए करीब दो दशक रहे. हैती के चुनाव मंत्री माथियास पियरे ने सैन्य सहायता के सरकार के अनुरोध का बचाव करते हुए शनिवार को ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि देश में स्थानीय पुलिस बल कमजोर है और संसाधनों की कमी है. उन्होंने कहा, ‘‘हम क्या करें? क्या हम देश को अराजकता की स्थिति में जाने दें? क्या हम निजी संपत्तियां नष्ट होने दें? राष्ट्रपति की हत्या के बाद लोग मारे गए. एक सरकार के रूप में, क्या हम इसे रोक पा रहे हैं? हम देश पर कब्जा करने के लिए नहीं कह रहे. हम कम संख्या में सैन्य बलों को तैनात करने मांग कर रहे हैं, ताकि हमारी मदद हो सके. ... मुझे लगता है कि हम जब तक कमजोर हैं, हमें अपने पड़ोसियों की जरूरत होगी.’’
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अमेरिका की इस समय सैन्य सहायता प्रदान करने की कोई योजना नहीं है. अधिकारी ने कहा कि प्रशासन स्थिति का आकलन करने के लिए संघीय सुरक्षा बल और गृह सुरक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को रविवार को पोर्ट-ऑ-प्रिंस भेजेगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि अमेरिका कैसे सहायता कर सकता है. इस बीच, संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहान हक ने शनिवार को बताया कि हैती ने संयुक्त राष्ट्र को एक पत्र भेजकर सहायता का अनुरोध किया है. संयुक्त राष्ट्र से जुड़े एक सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पत्र में प्रमुख प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए सैन्य बलों को तैनात करने का अनुरोध किया गया हैं. इससे पहले, अंतरिम प्रधानमंत्री क्लाउड जोसेफ ने ‘एपी’ को फोन पर दिए एक साक्षात्कार में शुक्रवार देर रात कहा, ‘‘हमें निश्चित तौर पर मदद की आवश्यकता है और हमने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों से मदद मांगी है. हमारा मानना है कि स्थिति का समाधान करने में हमारे सहयोगी राष्ट्रीय पुलिस की सहायता कर सकेंगे.’’ यह भी पढ़ें : America: आग का जायज़ा लेते वक्त विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से दो दमकलकर्मियों की मौत
इस बीच, हैती में सांसदों के एक समूह ने अंतरिम सरकार के अधिकार को सीधी चुनौती देते हुए देश की विघटित सीनेट के प्रमुख जोसेफ लैम्बर्ट को अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मान्यता देने की शुक्रवार को घोषणा की. उन्होंने एरियर हेनरी को प्रधानमंत्री के तौर पर मान्यता दी, जिन्हें राष्ट्रपति मोइसे ने अपने निधन से एक दिन पूर्व प्रधानमंत्री के तौर पर नामित किया था, लेकिन हेनरी ने तक तक कार्यभार नहीं संभाला था या सरकार बनाई थी. एक सांसद रोसमंड प्राडेल ने ‘एपी’ से कहा कि जोसेफ देश का नेतृत्व करने के लिए ‘‘न तो योग्य हैं और न ही उन्हें इसका कानूनी अधिकार हैं’’. पुलिस और सेना के समर्थन से सत्ता की कमान संभाल रहे जोसेफ ने कहा, ‘‘मुझे सत्ता के लिए संघर्ष में कोई रुचि नहीं है. हैती में राष्ट्रपति बनने का सिर्फ एक तरीका है और वह है.