देश की खबरें | हेयरस्टाइलिस्ट ने की आत्महत्या की कोशिश, फिल्म उद्योग निकाय ‘भेदभाव’ की शिकायत की जांच करेगा

कोलकाता, 22 सितंबर बंगाली फिल्म एवं टेलीविजन उद्योग में काम करने वाली एक महिला हेयरस्टाइलिस्ट ने खुद को आग लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या करने की कोशिश की। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि उसने दावा किया कि तकनीशियनों के संघ में कुछ प्रभावशाली लोग इस साल मई से उसे काम नहीं करने दे रहे हैं।

शनिवार देर शाम को खुदकुशी करने की कोशिश करने से कुछ समय पहले, महिला ने एक वॉयस रिकॉर्डेड बयान और एक हस्तलिखित नोट में अपनी दुर्दशा के लिए कथित रूप से जिम्मेदार 10 लोगों की पहचान की, जिसके बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है।

तकनीशियनों और निर्देशकों की संस्था ‘फेडरेशन ऑफ सिने टेक्नीशियन एंड वर्कर्स ऑफ ईस्टर्न इंडिया’ ने कहा कि हेयर स्टाइलिस्ट के आरोप की जांच की जाएगी।

पुलिस ने बताया कि महिला ने अपने घर पर खुद पर केरोसिन का तेल छिड़का और आग लगा ली, लेकिन परिवार के सदस्यों ने उसे बचा लिया।

पुलिस ने बताया कि महिला को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

उन्होंने मोबाइल फोन पर एक बयान दर्ज किया था और बंगाली में एक हस्तलिखित नोट भी लिखा था, जिसमें उन्होंने सिने एवं वीडियो हेयरस्टाइलिस्ट एसोसिएशन के कुछ प्रभावशाली सदस्यों पर उनके साथ प्रतिशोधात्मक व्यवहार करने का आरोप लगाया था।

उन्होंने नोट और रिकॉर्ड किए गए ऑडियो में कहा, ‘‘मुझे स्वतंत्र रूप से परियोजनाओं का हिस्सा बनने की अनुमति नहीं दी जा रही थी। इससे मुझ पर भारी वित्तीय दबाव पड़ा है। मेरा परिवार पिछले कुछ महीनों से भूखमरी की कगार पर है।’’

पुलिस ने बताया कि उन्होंने अपने 10 सहकर्मियों को अपनी इस स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया।

उद्योग से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि तकनीशियनों के संगठन ने एक मई को उसे तीन महीने के लिए ‘‘अवज्ञा और अनुशासनहीनता’’ के लिए निलंबित कर दिया था और उस अवधि की समाप्ति के बाद, वह कोई भी परियोजना लेने के लिए स्वतंत्र थी।

पीड़िता के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए, अभिनेत्री श्रीलेखा मित्रा ने आश्चर्य जताया कि उसके आत्महत्या के प्रयास की जिम्मेदारी कौन लेगा।

अभिनेत्री ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘उसे महीनों से कोई काम नहीं मिल रहा था। वह न्याय के लिए किसके पास जाएगी।’’

अभिनेता सुदीप्ता चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘मैं उसके साथ खड़ा रहूंगा और किसी भी अन्याय का विरोध करूंगा। पहले उसे ठीक होने दो।’’

‘फेडरेशन ऑफ सिने टेक्नीशियन एंड वर्कर्स ऑफ ईस्टर्न इंडिया’ के अध्यक्ष स्वरूप बिस्वास ने ‘पीटीआई-’ को बताया कि उन्होंने इस घटना का उन्हे पता चला है।

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