गुजरात, 1 जनवरी : उन्होंने कहा कि सिक्कों पर महाराज जॉर्ज पंचम की आकृति है. ये घर बाजार स्ट्रीट पर स्थित एनआरआई हवाबेन बलिया का है, जो वर्तमान में ब्रिटेन के लीसेस्टर में रहते हैं. अधिकारी ने कहा कि बलिया ने ठेकेदार सरफराज करादिया को घर तोड़ने के लिए काम पर रखा गया था. बलिया सरफराज करादिया सहित मध्यप्रदेश के चार और मजदूरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है जिन्होंने घर की तोड़फोड की थी.
नवसारी अधीक्षक ने बताया 21 अक्टूबर को बलिया द्वारा उनके पुश्तैनी घर से सोने के सिक्के चोरी होने की प्राथमिकी दर्ज की गई थी और पांचों लोगों को आरोपी बनाया गया था. पुलिस अधीक्षक सुशील अग्रवाल ने कहा. एसपी ने कहा, पांचों आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात) और 114 (अपराध होने पर मौके पर मौजूद दुष्प्रेरक) के अधीन आरोप लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि आरोपियों ने ढांचे को गिराते समय सिक्के चुराने की बात कबूल कर ली है.
पुलिस अधीक्षक अग्रवाल ने कहा कि यहां की एक पुलिस टीम ने छह बार अलीराजपुर का दौरा किया और वालसाड के ठेकेदार के साथ साथ चार मजदूरों को गिरफ्तार किया. आरोपियों को 26 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें तीन जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. एसपी ने कहा कि उनके घरों से किंग जॉर्ज पंचम की नक्काशी वाले कुल 199 सोने के सिक्के बरामद किए गए हैं, जो 1922 के हैं और प्रत्येक का वजन 8 ग्राम है। उन्होंने बताया कि मौजूदा बाजार की कीमत के अनुसार इन सिक्कों का मूल्य 92 लाख रुपये है.
इस घटना में गिरफ्तार मजदूरों में से एक की शिकायत पर, मध्य प्रदेश के चार पुलिसकर्मियों को भी गिरफ्तार किया गया था, जिन्होंने दावा किया था कि उन्होंने कुछ सोने के सिक्के लूटे थे. एसपी ने बताया कि नवसारी पुलिस एमपी पुलिस कर्मियों से पूछताछ करने और उनके कब्जे से सिक्के बरामद करने के लिए भी अदालत से अनुमति मांगेगी. एसपी ने कहा कि पुलिस इस मुद्दे पर स्पष्टता के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और गुजरात सरकार को पत्र लिखेगी.
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