अहमदाबाद, 24 अक्टूबर कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से शिकायत की है कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के बारे में ‘कॉलर ट्यून’ के रूप में दिया जा रहा संदेश, आचार संहिता का उल्लंघन है।
राज्य में तीन नवंबर को आठ विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव होने वाले हैं।
रूपाणी ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि संदेश देने का उद्देश्य, त्यौहार के मौसम में लोगों को संक्रमण के प्रति जागरूक करना भर है।
भारत निर्वाचन आयोग और गुजरात के मुख्य चुनाव अधिकारी को लिखे पत्र में कांग्रेस नेता निशित व्यास ने रूपाणी और भाजपा के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की।
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व्यास की ओर से शुक्रवार को लिखी गई शिकायत में कहा गया कि सभी मोबाइल संचार सेवा प्रदाता कंपनियों के फोन पर घंटी बजने से पहले रुपाणी की आवाज में धर्म आधारित वक्तव्य दिया जाता है जिससे मतदाताओं पर प्रभाव पड़ता है।
संदेश में रूपाणी, लोगों को नवरात्रि उत्सव के दौरान सामाजिक दूरी का पालन करने के साथ मास्क लगाने और सेनिटाइजर का प्रयोग करने का सुझाव देते हैं।
कांग्रेस का दावा है कि कॉलर ट्यून के रूप में यह संदेश, आचार संहिता लागू होने के बाद प्रसारित किया गया।
विपक्षी पार्टी ने यह भी कहा कि भाजपा और उसके उम्मीदवार कॉलर ट्यून के लिए दूरसंचार कंपनियों को दिए गए पैसे का विवरण भी छुपा रहे हैं।
आरोपों का खंडन करते हुए रुपाणी ने कहा कि कॉलर ट्यून में चुनाव संबंधी कोई अपील नहीं की जा रही है।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने उप चुनाव में हार स्वीकार कर ली है। उसके पास कोई मुद्दे नहीं हैं। यह कोई चुनाव अभियान की ट्यून नहीं है। इसमें केवल मेरी आवाज है, मेरा नाम भी नहीं है।”
मुख्यमंत्री ने जूनागढ़ में संवाददाताओं से कहा, “यह त्यौहार के दौरान केवल लोगों को एहतियात बरतने का सुझाव देने के लिए है। लेकिन बेवजह विवाद खड़ा करना कांग्रेस की रणनीति रही है।”
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