अहमदाबाद, चार नवम्बर गुजरात में रसायन के एक गोदाम में बुधवार सुबह हुए विस्फोट से इसका एक हिस्सा ढह गया, जिससे पांच महिलाओं समेत कम-से-कम 12 श्रमिकों की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि अहमदाबाद शहर के बाहरी इलाके में स्थित एक औद्योगिक क्षेत्र, पिराना-पिपलाज रोड पर स्थित इमारत में विस्फोट हुआ। इस गोदाम में रसायन के ड्रम रखे हुए थे।
नौ घंटे तक तलाश और बचाव अभियान के दौरान शहर के अग्निशमन दल ने मलबे से 12 शवों को निकाला और नौ अन्य लोगों को बचाया। अभियान रात करीब आठ बजकर 30 मिनट पर समाप्त हुआ। घायलों को अहमदाबाद नगर निगम संचालित एलजी अस्पताल ले जाया गया है।
गोदाम में सुबह 11 बजे शक्तिशाली विस्फोट की वजह से ढांचे को नुकसान पहुंचा और पड़ोसी गोदामों में आग लग गई, जहां मजदूर तैयार कपड़ों को पैक कर रहे थे।
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दमकल विभाग के प्रमुख अधिकारी एम.एफ दस्तूर ने कहा,'' हमारा अभियान अब समाप्त हुआ। हमने मलब से 12 शवों को निकाला। नौ लोगों को जिंदा बचाया। आग पर 30 मिनट के भीतर काबू पा लिया गया। हमारा अभियान मुख्य रूप से मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालना था।’’
उन्होंने बताया कि शाम में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम ने भी काम शुरू किया था। अधिकारी ने बताया कि लोगों की मौत विस्फोट की वजह से हुई है और बाकी क्षति भी इसकी वजह से हुई। आग मामूली रूप से ही लगी थी। इमारत विस्फोट की वजह से गिरा था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘‘अहमदाबाद के गोदाम में आग लगने से जानमाल के नुकसान की खबर से मैं व्यथित हूं। मृतकों को श्रद्धांजलि और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। अधिकारी प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद पहुंचा रहे हैं।’’
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि वह अहमदाबाद में एक गोदाम में आग लगने से हुई मौतों की खबर सुनकर दुखी हैं।
कोविंद ने ट्वीट किया, ''गुजरात के अहमदाबाद में एक गोदाम में आग लगने से हुई मौतों की खबर सुनकर दुख हुआ। शोकाकुल परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं। घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।''
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मृतक के परिवारों को चार-चार लाख रुपये की राशि मुआवजे के रूप में देने की घोषणा की है। एक सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया कि मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों विपुल मित्रा और संजीव कुमार को घटना की जांच के लिए नियुक्त किया है।
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