Arnab Goswami: अर्नब गोस्वामी को अलीबाग कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा, जमानत के लिए जाएंगे बॉम्बे हाई कोर्ट
अर्नब गोस्वामी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में ( फोटो क्रेडिट- PTI)

रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन चीफ अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) के अलावा अन्य 2 लोगों को 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में रायगढ़ पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया. जिसके बाद इस मामले को लेकर जमकर राज्य सियासी हंगामा देखा गया. इस दौरान बीजेपी ने जहां उद्धव ठाकरे की सरकार पर निशाना साधा तो वहीं कांग्रेस समेत शिवसेना की सहयोगी पार्टियों ने सरकार बचाव किया. वहीं, इस मामले में अलीबाग कोर्ट (Alibaug Court) ने अर्नब गोस्वामी समेत अलावा फिरोज शेख और नितेश सारदा को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत (Judicial Custody) में भेज दिया है. वहीं, अदालत के इस फैसले के बाद अर्नब गोस्वामी के वकील जमानत के लिए कल बॉम्बे हाई कोर्ट में अपील करेंगे.

बता दें कि अर्नब गोस्वामी को 53 वर्षीय एक इंटीरियर डिजाइनर को आत्महत्या के लिए कथित तौर पर उकसाने के मामले में बुधवार सुबह उनके मुंबई स्थित घर से गिरफ्तार किया गया. दरअसल इंटीरियर डिजाइनर और उनकी मां ने साल 2018 में रिपब्लिक टीवी द्वारा कथित रूप से पैसों का भुगतान न किये जाने के बाद आत्महत्या कर ली थी. कथित तौर पर अन्वय नाइक द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट उनके 5.40 करोड़ रुपये का भुगतान का जिक्र किया था. Arnab Goswami Detained: अर्नब गोस्वामी पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर संजय राउत बोले-महाराष्ट्र में कानून का किया जाता है पालन, ठाकरे सरकार जब से बनी है बदला लेने के लिए नहीं हुआ कोई एक्शन.

ट्वीट:- 

फिलहाल इस मामले को लेकर सियासी पारा भी गरमा गया है. इसी कड़ी में अर्णब गोस्वामी की मुंबई में गिरफ्तारी के विरोध में बीजेपी की दिल्ली इकाई ने बुधवार को कांग्रेस मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस और उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में कानून का पालन किया जाता है. अगर किसी के खिलाफ सबूत हैं तो पुलिस एक्शन ले सकती है. जब से महाराष्ट्र में ठाकरे सरकार बनी है तब से किसी के खिलाफ बदले लेने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई है.