लखनऊ, सात जनवरी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि सरकारों ने उत्तर प्रदेश में मुसलमानों की लगातार उपेक्षा की और सभी राजनीतिक दलों ने यहां के अल्पसंख्यकों का केवल दुरुपयोग किया और उनके साथ अन्याय किया।
एआईएमआईएम नेता ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उनसे (मुसलमानों से) वादे किए गए, लेकिन किसी सरकार ने उन्हें आगे बढ़ाने के लिए काम करने की कोशिश नहीं की।
उन्होंने कहा कि समुदाय के लोगों को इस सच्चाई को जानने की जरूरत है कि ‘‘कैसे उनका इस्तेमाल डर, लालच और विश्वासघात के जरिए किया गया।’’
ओवैसी ने बताया कि उन्होंने प्रसिद्ध विद्वानों की मदद से अल्पसंख्यकों के पिछड़ेपन पर एक रिपोर्ट तैयार की है और चाहते हैं कि सभी राजनीतिक दल, नीति निर्माता और उत्तर प्रदेश के मतदाता इसे पढ़ें और खुद निर्णय लें।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा जारी चुनावी घोषणापत्र लोगों को धोखा देने के लिए हैं। ओवैसी ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने अपने 2017 के घोषणापत्र में 70 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया, लेकिन उसका क्या हुआ जबकि हम काम करने में विश्वास रखते हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मदरसा शिक्षकों को पिछले दो वर्षों से वेतन नहीं मिल रहा है और इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार दोषी हैं।
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