जयपुर, दो अप्रैल: राजस्थान सरकार कोचिंग के केंद्र के रूप में विख्यात कोटा शहर में इंजीनियरिंग व मेडिकल की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों का एक आनलाइन रजिस्टर तैयार करेगी. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस परियोजना के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. छात्र रजिस्टर बनाने का काम राजकाम्प इन्फो सर्विसेज लिमिटेड (आरआईएसएल) द्वारा किया जाएगा। परियोजना की अनुमानित लागत करीब 68 लाख रुपये है. गहलोत के इस निर्णय के बाद कोटा शहर में कोचिंग कर रहे लगभग दो लाख विद्यार्थियों का डेटाबेस तैयार किया जाएगा, ताकि राज्य सरकार के पास प्रदेश में रह रहे इन प्रवासियों की सही संख्या तथा व्यक्तिगत विवरण का रिकार्ड उपलब्ध हो.
एक सरकारी बयान के अनुसार विद्यार्थियों का विवरण उपलब्ध होने पर कोरोना वायरस जैसी परिस्थितियों में इन प्रवासियों के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं का प्रबंधन करना आसान हो सकेगा. इसी तरह के 'स्टूडेंट रजिस्टर' प्रदेश के कोचिंग संस्थानों वाले अन्य शहरों के लिए भी तैयार किए जाएंगे.
सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग की ओर से प्राप्त प्रस्ताव के अनुसार, छात्र डेटाबेस तैयार करने का उद्देश्य सभी कोचिंग विद्यार्थियों के लिए वेब पोर्टल और मोबाइल ऐप तैयार करना है, जिसमें विद्यार्थियों के स्थायी पते एवं परिजनों के विवरण के साथ-साथ, कोचिंग संस्थान, हॉस्टल, पेइंग गेस्ट, प्राइवेट स्टे-होम, मेस आदि सुविधाओं की जानकारी भी दर्ज होगी.
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इस पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थियों को कोचिंग, आवास एवं खाने-पीने से जुड़ी समस्याओं तथा शिकायतों को दर्ज करने एवं इनके निस्तारण की सुविधा दी जाएगी. उल्लेखनीय है कि कोटा शहर में लगभग 50 छोटे और 10 बडे़ कोचिंग संस्थान हैं, जहां लगभग 2 लाख विद्यार्थी इंजीनियरिंग, मेडिकल आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं. यहां लगभग 25 हजार पेइंग गेस्ट सुविधाएं, 3 हजार हॉस्टल तथा 1800 मेस संचालित हैं. कोटा में इस व्यवसाय का वार्षिक कारोबार 3000 करोड़ रुपये से अधिक का है.
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