बाराबंकी/गोंडा, 30 अगस्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बाढ़ पीड़ितों से कहा कि तटबंध और नदियों के बीच में बसे लोग अगर इस पार बसना चाहें तो उनके लिए समुचित व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर सभी लोग तैयार हों तो सरकार द्वारा उनके लिए अच्छी कॉलोनी उनके लिए बनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जनपदों बाराबंकी और गोंडा का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई और स्थलीय सर्वेक्षण किया। साथ ही राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बाढ़ पीड़ितों से भेंट की और राहत सामग्री का भी वितरण किया। उन्होंने कहा कि आपदा के समय प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ जनता के बीच मौजूद है और राहत और बचाव के लिए हर प्रकार से मदद की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन नये स्थानों पर नदी का कटान हो रहा है उसके लिए सिंचाई विभाग को निर्देश दिये गये हैं कि तत्काल मुकम्मल व्यवस्था की जाए।
एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ के दृष्टिगत सरकार की ओर से पहले ही तैयारियां कर ली गई थीं। जनप्रतिनिधियों और स्थानीय प्रशासन के साथ ही प्रभारी मंत्रियों और लखनऊ स्तर से अधिकारियों को भी आवश्यक निर्देश पहले ही दे दिये गये थे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के 21 जनपदों के 721 ग्राम बाढ़ से प्रभावित हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस बात को सुनिश्चित करने के लिए कहा कि आने वाले समय में बाढ़ का स्थाई समाधान निकाला जाए। बाढ़ के कारण जिन किसानों की फसलें बर्बाद हुई है, सरकार उनका सर्वे कराकर समय पर मुआवजा उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रही है।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि बाराबंकी के कुछ गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के कारण जिनके मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत एक-एक आवास उपलब्ध कराया जाएगा। आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए मकानों को भी मुआवजा उपलब्ध कराए जाएगा।
उन्होंने बताया कि हर पीड़ित के लिए शासन की ओर से पूरी व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि इसमें आटा, चावल, आलू, अरहर की दाल, तेल, मिर्च, मसाले, साबुन, माचिस, महिलाओं के लिए डिग्निटी किट और बरसाती मुहैया कराई जा रही है। ये राहत सामग्री बाढ़ के दौरान हर 15 दिन पर उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि किसी भी प्रकार की जनहानि में चार लाख रुपए की सहायता 24 घंटे के भीतर देने के लिए निर्देश दिये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने बाराबंकी स्थित लोधेश्वर महादेवा मंदिर में पूजा अर्चना किया और प्रदेश के सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा, ‘‘इस बार सावन में बाबा लोधेश्वर नाथ का दर्शन नहीं कर पाया था। मगर उनकी कृपा ऐसी रही कि खुद ही मुझे यहां बुला लिया। ये देवाधिदेव महादेव लोधेश्वर जी की कृपा से ही संभव हुआ है।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)