नयी दिल्ली, 16 अप्रैल: कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार 2019 के पुलवामा हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के आरोपों से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है. कांग्रेस ने कहा कि सरकार मलिक के खुलासों से संबंधित ‘‘खबरों को दबाने’’ की कोशिश कर रही है. यह भी पढ़ें: Tamil Nadu: कोयंबटूर के जंगल में लगी आग, बुझाने के लिए आईएएफ के हेलीकॉप्टर भेजे गए
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले का स्पष्ट संदर्भ देते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्विटर पर आरोप लगाया कि ‘‘मोदी मशीन’’ ने या तो ‘‘खुलासों’’ को दबा दिया है या अन्य सुर्खियों और टीवी बहस के जरिये ध्यान हटा दिया है.
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने भी रविवार को सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सुर्खियों के जरिये ध्यान भटकाने से सवाल गायब नहीं हो जाते. उन्होंने कहा, ‘‘केवल प्रश्न बढ़ रहे हैं। चीन को क्लीनचिट क्यों? अडाणी पर जेपीसी क्यों नहीं? अडाणी की मुखौटा कंपनियों में कहां से आए 20 हजार करोड़ रुपये? पुलवामा पर कोई जवाब क्यों नहीं?’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने मलिक द्वारा पुलवामा हमले को लेकर किए गए ‘‘खुलासे’’ का सारांश देते हुए ट्वीट कर आरोप लगाया कि मीडिया द्वारा इस खबर को तरजीह नहीं दी गई. थरूर ने कहा कि मलिक के ‘‘खुलासे’’ राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों से संबंधित थे, जो राष्ट्र के लिए चिंता का विषय होना चाहिए.
कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के दावों के बाद शनिवार को कहा था कि सरकार को बताना चाहिए कि 2019 के पुलवामा हमले की जांच का नतीजा क्या निकला और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को जाने के लिए विमान की सुविधा क्यों मुहैया नहीं कराई गई थी.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया था कि भाजपा की सरकार ‘न्यूनतम शासन, अधिकतम चुप्पी’ पर अमल कर रही है। उन्होंने कहा था कि सरकार को जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा एक साक्षात्कार में किए गए खुलासों पर टिप्पणी करनी चाहिए.
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