जयपुर, 13 दिसंबर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार किसानों और पशुपालकों के कल्याण के लिए कृत संकल्पित है।
उन्होंने कहा कि किसानों की खुशहाली से ही राजस्थान विकसित होगा।
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अजमेर में राज्यस्तरीय किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 70 लाख से अधिक किसानों को मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत 700 करोड़ से अधिक की राशि का सीधा हस्तान्तरण भी किया। इसके अलावा तीन लाख 25 हजार पशुपालकों के खातों में 200 करोड़ रूपए की सहायता राशि भी डाली जाएगी।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार शर्मा ने कहा, ''हमारा अन्नदाता किसान धरती माता का सच्चा सपूत है। जब किसान खुशहाल एवं समृद्ध होगा तभी विकसित राजस्थान का सपना साकार होगा। हमारी सरकार किसान-पशुपालक के कल्याण के लिए कृत संकल्पित होकर काम कर रही है।''
उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि जब भी किसानों के हित की बात आएगी, राज्य सरकार सदैव उनके साथ खड़ी मिलेगी।
इस कार्यक्रम का आयोजन राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ के उपलक्ष्य पर ‘निभाई जिम्मेदारी-हर घर खुशहाली’ की थीम पर किया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह किसानों का दर्द समझते हैं इसलिए उनकी सरकार ने 2027 तक किसानों को दिन में बिजली देने का लक्ष्य तय किया है। उन्होंने कहा कि किसान की पीड़ा और आकांक्षाओं को समझते हुए पिछले एक साल में राज्य सरकार ने किसान हित में अनेक फैसले लिए हैं।
शर्मा ने कहा कि 'राइजिंग राजस्थान समिट' के दौरान कृषि क्षेत्र में 58 हजार करोड़ रुपये के निवेश के ढाई हजार से अधिक करार किए गए हैं।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि अन्नदाता बदलते समय के साथ खेती-किसानी में नवीन तकनीक को अपनाएं।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि राज्य सरकार एक-एक कर अपने सभी संकल्पों को पूरा कर रही है और बजट घोषणाएं भी धरातल पर साकार हो रही हैं।
इसके अनुसार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के 70 लाख से अधिक किसानों के बैंक खातों में मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि की दूसरी किस्त के रूप में 700 करोड़ से अधिक की राशि का सीधा हस्तान्तरण किया। वहीं, 15 हजार 983 किसानों को ड्रिप/फव्वारा संयंत्रों के लिए 29 करोड़ रूपये से अधिक, 14 हजार 200 से अधिक किसानों को फार्म पौण्ड, पाइपलाइन, तारबन्दी, डिग्गी निर्माण, कृषि यंत्र, जैविक खाद सहित विभिन्न कार्यों के लिए 96 करोड़ से अधिक की राशि नकद लाभ हस्तान्तरण (डीबीटी) के माध्यम से हस्तांतरित की।
इसके अलावा शर्मा ने तीन लाख 25 हजार पशुपालकों को पांच रुपये प्रति लीटर के आधार पर 200 करोड़ रूपए की सहायता राशि (डीबीटी) के माध्यम से हस्तांतरित की गई। साथ ही कृषि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कृषि संकाय में अध्ययनरत 10 हजार 500 छात्राओं को 22 करोड़ रूपए प्रोत्साहन राशि का डीबीटी भी किया गया।
उन्होंने केन्द्रीय प्रवर्तित ‘आत्मा’ योजना के तहत खेती में नवाचार कर रहे 10 प्रगतिशील किसानों का सम्मान भी किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना, ऊंट संरक्षण एवं विकास मिशन व 100 गौशालाओं में गौ काष्ठ मशीन उपलब्ध करवाने के काम की शुरुआत भी की।
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