नयी दिल्ली, आठ जनवरी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में समानता को बढ़ावा देने और आयुष्मान भारत योजना जैसी पहल के माध्यम से उन्हें किफायती और सुलभ बनाने के लिए लगातार काम कर रही है।
मांडविया ने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार ने देश में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए इलाज की लागत कम करने के साथ-साथ चिकित्सकों की संख्या भी तेजी से बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
मांडविया ने कहा, “पिछले नौ वर्षों में मेडिकल कॉलेजों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है। इसी तरह, 10 साल से भी कम समय में एमबीबीएस, पीजी और नर्सिंग सीटों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।”
मांडविया ने लेडी हार्डिंग कृपलानी अस्पताल, न्यू हॉस्टल ब्लॉक, अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च (एबीवीआईएमएस) और डॉ. आरएमएल अस्पताल, स्पोर्ट्स इंज्यूरी सेंटर, वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज (वीएमएमसी) और सफदरजंग अस्पताल और अकादमिक ब्लॉक और न्यू हॉस्टल ब्लॉक, राजकुमारी अमृत कौर कॉलेज ऑफ नर्सिंग में दुर्घटना एवं आपातकालीन ब्लॉक का उद्घाटन करते हुए उक्त बातें कहीं।
उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य निवारक स्वास्थ्य देखभाल और आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं के बीच तालमेल के साथ स्वास्थ्य क्षेत्र में समग्र रूप से काम करना है।"
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)