नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को कहा कि पिछले नौ वर्षों में केंद्र सरकार ने न केवल देश की जनता बल्कि विदेश से आने वाले लोगों के लिए भी स्वास्थ्य सेवा को अधिक सुलभ बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है।
मांडविया ने आंध्र मेडिकल कॉलेज के शताब्दी समारोह में डिजिटल माध्यम से उद्घाटन भाषण देते हुए यह बात कही। इस कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री विदादाला रजनी सहित अन्य लोग शामिल हुए।
मंडाविया ने कॉलेज में 50 बिस्तरों वाले ‘क्रिटिकल केयर ब्लॉक’ की आधारशिला भी रखी।
उन्होंने कहा, "आंध्र मेडिकल कॉलेज सुपर स्पेशलिटी और कई अन्य सुविधाओं वाला आंध्र प्रदेश का सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज है। यह अपने होनहार पूर्व छात्रों के लिए भी जाना जाता है, जिन्होंने चिकित्सा विज्ञान के अलावा राजनीति, खेल और प्रशासन जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।"
मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुसार सरकार भारत के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज बना रही है।
उन्होंने कहा, "हम यूजी और पीजी सीटों की संख्या बढ़ाकर, स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता में बदलाव और चिकित्सा उपकरणों के विनिर्माण को प्रोत्साहित करके देश में एक चिकित्सा पारिस्थितिकी तंत्र भी बना रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की संख्या 2014 में छह थी, जो बढ़कर 22 हो गई है। मंडाविया ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में केंद्र ने न केवल देश की जनता बल्कि विदेश से आने वाले लोगों के लिए भी स्वास्थ्य सेवा को अधिक सुलभ बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है।
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