नयी दिल्ली, 16 जून घरेलू मोर्चे पर किसी प्रमुख संकेतक के अभाव में इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा वैश्विक रुख पर निर्भर करेगी। कम कारोबारी सत्रों वाले सप्ताह के दौरान बाजार मुख्य रूप से विदेशी निवेशकों की गतिविधियों से दिशा लेगा। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।
इसके अलावा वैश्विक स्तर पर ब्रेंट कच्चे तेल के दाम और डॉलर के मुकाबले रुपये का उतार-चढ़ाव भी बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेगा।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘यह सप्ताह कम कारोबारी सत्रों वाला है और किसी बड़े संकेतक का अभाव है। हालांकि, बजट को लेकर चर्चा के बीच हमें क्षेत्र विशेष के शेयरों में गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। मुख्य रूप से बाजार का रुख मानसून की प्रगति तथा संस्थागत निवेशकों के प्रवाह पर निर्भर करेगा।’’
उन्होंने कहा कि वैश्विक मोर्चे पर चीन के आंकड़े, डॉलर सूचकांक का उतार-चढ़ाव तथा अमेरिका में बॉन्ड प्रतिफल बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेगा।
सोमवार को ‘बकरीद’ के मौके पर शेयर बाजार बंद रहेंगे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘सोमवार की अवकाश के कारण यह कम कारोबारी सत्रों वाला सप्ताह है। सप्ताह के दौरान बाजार भागीदारों की निगाह वैश्विक बाजारों, विशेषरूप से अमेरिकी बाजार पर रहेगी।’’
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 299.41 अंक या 0.39 प्रतिशत के लाभ में रहा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 175.45 अंक या 0.75 प्रतिशत चढ़ गया।
सेंसेक्स 13 जून को 77,145.46 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा, जबकि निफ्टी ने 14 जून को 23,490.40 अंक के अपने नए शिखर को छुआ।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार सोमवार को बंद रहेंगे, जबकि वैश्विक स्तर पर निवेशकों की निगाह बैंक ऑफ इंग्लैंड के ब्याज दर को लेकर निर्णय पर रहेगी।’’
खेमका ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि सकारात्मक वृहद रुझान, सरकारी खर्च जारी रहने और नीतिगत मोर्चे पर निरंतरता की उम्मीद के बीच बाजार में तेजी का रुख कायम रहेगा।’’
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