कोयले की आपूर्ति पर चर्चा के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल से मिलेंगे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य के बिजली घरों के लिए कोयले की आपूर्ति के संबंध में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश भघेल से शुक्रवार को रायपुर में मुलाकात करेंगे. दोनों नेताओं के राजस्थान को कोयले की निरंतर आपूर्ति के लिए किसी सर्वमान्य समाधान पर चर्चा करने की उम्मीद है.
जयपुर, 25 मार्च : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य के बिजली घरों के लिए कोयले की आपूर्ति के संबंध में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश भघेल से शुक्रवार को रायपुर में मुलाकात करेंगे. दोनों नेताओं के राजस्थान को कोयले की निरंतर आपूर्ति के लिए किसी सर्वमान्य समाधान पर चर्चा करने की उम्मीद है. गौरतलब है कि राजस्थान थर्मल बिजली के उत्पादन के वास्ते आवश्यक कोयले के लिए मुख्यतः छत्तीसगढ़ पर निर्भर है.
एक सरकारी बयान के अनुसार भारत सरकार ने राजस्थान को 2015 में चार हजार 340 मेगावाट बिजली उत्पादन इकाईयों के लिए छत्तीसगढ़ के पारसा ईस्ट-कांटा बासन (पीईकेबी) में 15 एमटीपीए तथा पारसा में 5 एमटीपीए क्षमता के कोल ब्लॉक आवंटित किये थे. इनमें से पारसा ईस्ट- कांटा बासन कॉल ब्लॉक के प्रथम चरण में हनन इस महीने पूरा हो चुका है और यहां से राजस्थान को कोयले की आपूर्ति अब नहीं हो सकेंगी, जिससे बिजली संकट पैदा हो सकता है. यह भी पढ़ें : IAS अधिकारी नियाज खान की मुसीबत बढ़ीं, The Kashmir Files पर कमेंट को लेकर MP सरकार ने भेजा नोटिस, 7 दिन में मांगा जवाब
केन्द्रीय वन पर्यावरण एवं जलवायू परिवर्तन मंत्रालय तथा कोयला मंत्रालय ने पारसा कॉल ब्लॉक से राजस्थान को कोयले की आपूर्ति के लिए आवश्यक स्वीकृतियां दे दी है. अब द्वितीय चरण में वन से संबंधित स्वीकृति छत्तीसगढ़ सरकार के समक्ष विचाराधीन है.
राजस्थान का अधिकांश भू-भाग रैगिस्तानी है, जहां बिजली उत्पादन के लिए ना तो हाईड्रो पावर उपलब्ध है और ना ही कोयला उपलब्ध है.