जयपुर, 25 दिसंबर: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिमंडल गठन में देरी को लेकर सोमवार को राज्य की नवगठित भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों में निराशा फैलने लगी है और शासन व्यवस्था ठप हो गयी है.
गहलोत ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘जनता में अब निराशा व्याप्त होने लगी है क्योंकि राजस्थान की जनता ने तीन दिसंबर को भाजपा को स्पष्ट जनादेश दिया, पर 22 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हुआ है, जिससे शासन संचालन में ठहराव की स्थिति आ गई है. हर विभाग भी असमंजस की स्थिति में है.’’
भाजपा सूत्रों ने बताया कि एक-दो दिन में मंत्रिमंडल गठन की उम्मीद है, लगभग 15 विधायकों को मंत्रिपरिषद में शामिल किये जाने की संभावना है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता देख रही है कि अपनी समस्याओं के समाधान के लिए किन मंत्रियों के पास जाए। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द मंत्रिमंडल गठन होना चाहिए जिससे सरकार का कामकाज सुचारू रूप से चल सके. उन्होंने कहा मीडिया के माध्यम से ये भी जानकारी में आया है कि चिरंजीवी योजना में निजी अस्पतालों द्वारा इलाज नहीं किया जा रहा है.
वर्तमान सरकार को हमारी सरकार की योजनाओं को लेकर भी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए जिससे जनता को परेशानी ना हो एवं कोई नई व्यवस्था लागू होने तक पूर्ववत व्यवस्था चालू रखनी चाहिए. वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने सोमवार को कहा कि राज्य में पिछली सरकार की कोई भी योजना बंद नहीं की जायेगी.
उन्होंने कहा कांग्रेस बार बार कहती रहती है कि राज्य की नयी भारतीय जनता पार्टी सरकार उन जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद कर देगी, जो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने किया है. शर्मा ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, 'कांग्रेस के लोग कह रहे हैं- हमारे काम, हमारी योजनाएं मैं आपसे कहना चाहता हूं कोई भी योजना हम बंद नहीं करेंगे.'
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