दिल्ली, 17 नवंबर आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता कैलाश गहलोत के इस्तीफे के बाद, आप ने भाजपा पर उसके नेताओं पर दबाव बनाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने का रविवार को आरोप लगाया।
आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने आरोप लगाया कि गहलोत का इस्तीफा ‘‘गंदी राजनीति’’ और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) तथा केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा छापेमारी और जांच के लक्षित अभियान का परिणाम है।
गहलोत ने रविवार को आप छोड़ दी और दिल्ली मंत्रिमंडल से भी इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी के सामने हाल ही में आए विवादों और जनता से किए गए अधूरे वादों का हवाला दिया।
दिल्ली विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले गहलोत के इस्तीफे से आप और भाजपा के बीच राजनीतिक तनाव बढ़ गया है।
सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "ईडी और सीबीआई के छापों के जरिए कैलाश गहलोत पर दबाव बनाया गया और अब वह (गहलोत) भाजपा की पटकथा के मुताबिक बोल रहे हैं।"
उन्होंने यह भी दावा किया कि चुनाव से पहले भाजपा की 'मोदी वॉशिंग मशीन' सक्रिय हो गई है।
आप की राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने आरोप लगाया कि गहलोत और उनके परिवार के खिलाफ जारी जांच के कारण उनके पास भाजपा में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।
कक्कड़ ने कहा, "उनके खिलाफ ईडी और सीबीआई के कई मामले थे। उन्होंने सोचा कि जेल जाने से बेहतर है कि भाजपा में शामिल हो जाएं।"
आप विधायक और वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने भाजपा पर जनता की चिंताओं को दूर करने के बजाय चुनाव जीतने के लिए ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
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