चेन्नई, 10 सितंबर : तमिलनाडु (Tamil Nadu) में शुक्रवार को गणेश चतुर्थी का त्योहार सादगी के साथ मनाया गया और कोविड-19 की वजह से बड़े कार्यक्रम नहीं हुए. हालांकि, चेन्नई और राज्य के बाकी हिस्सों को महामारी के चलते इस साल भी रंगीन विनायक चतुर्थी जुलूस की कमी खलेगी क्योंकि राज्य सरकार ने कोविड-19 के कारण 31 अक्टूबर तक राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा रखा है. हालांकि, यहां दो फुट ऊंचे मांजल (हल्दी) विनायक सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रहे. 11 किलोग्राम वजनी हल्दी गणेश प्रतिमा की स्थापना यहां वाशरमैनपेट में स्थानीय लोगों और भाजपा सदस्यों ने की. इस अवसर पर गणेश जी की विशेष पूजा की गई और भक्तों को प्रसाद वितरित गया.
वहीं, शिवगंगा जिले में सातवीं सदी के कार्पका विनायक मंदिर या पिल्लैयारपट्टी पिल्लैयार मंदिर में गणेश की भव्य प्रतिमा की विशेष पूजा की गई. तमिलनाडु के अन्य हिस्सों में भी गणेश चतुर्थी का त्योहार सादगी के साथ मनाया गया और महामारी की वजह से बड़े कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया गया. इस बीच, राज्य के विभिन्न हिस्सों में पुलिस ने हिन्दू मुन्नानी संगठन के कुछ कार्यकर्ताओं को तब हिरासत में ले लिया जब वे निषेधाज्ञाा का उल्लंघन कर गणेश प्रतिमाएं लेकर जुलूस निकालने की कोशिश कर रहे थे. यह भी पढ़ें : पीएम मोदी ने COVID-19 की स्थिति और वैक्सीनेशन की समीक्षा के लिए हाई लेवल बैठक की
पड़ोस के पुडुचेरी में भी लोगों ने भक्ति भाव से गणेश चतुर्थी मनाई जहां प्रशासन ने महामारी के चलते कुछ प्रतिबंध लागू किए थे. हालांकि, सार्वजनिक स्थलों पर गणेश प्रतिमाएं स्थापित करने पर रोक नहीं थी. पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन, मुख्यमंत्री एन रंगासामी, मंत्रियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने लोगों को त्योहार की बधाई दी.