नयी दिल्ली, 18 अप्रैल: इजरायल और भारत के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) को जितना संभव हो, उतना अधिक व्यापक होना चाहिए. इजरायल के अर्थव्यवस्था और उद्योग मंत्री एम के नीर बरकत ने मंगलवार को यह बात कही. मंत्री ने कहा कि वह दोनों देशों के बीच एफटीए के संबंध में भारतीय पक्ष के साथ चर्चा करेंगे. इसके लिए एक दशक से अधिक समय से बातचीत जारी है. बरकत ने उद्योग मंडल सीआईआई के एक कार्यक्रम में कहा, ''मैं आपके मंत्री के समक्ष मुक्त व्यापार समझौते का स्वभाविक रूप से विस्तार करने, कौशलपूर्ण ढंग से कारोबार का विकास करने और ज्ञान तथा अनुभव को जितना संभव हो उतना साझा करने का प्रस्ताव करूंगा.'' यह भी पढ़ें: Family Land Disputes: लंबे समय से अदालतों में लंबित पारिवारिक जमीन विवादों के निपटारे के लिए नया कानून बनाएगा हरियाणा
उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते के लिए पूरक क्षेत्रों पर ध्यान देना होगा, जहां भारत और इजराइल प्रतिस्पर्धात्मक लाभ रखते हैं. बरकत ने कहा, ''अधिक से अधिक व्यापार के लिए इसे (एफटीए) जितना संभव हो, उतना व्यापक होना चाहिए, क्योंकि मुक्त व्यापार लोगों को आपस में जोड़ता है.''
उन्होंने कहा कि इजराइल कृषि प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी और खाद्य प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में बहुत अधिक योगदान कर सकता है और व्यापार में दोनों तरफ से देने के लिए काफी कुछ है.
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