एमबापे ग्रुप डी के इस मैच के अंतिम क्षणों में गेंद पर नियंत्रण बनाने के प्रयास में ऑस्ट्रिया के केविन डांसो से टकरा गए। इससे उनकी नाक से खून बहने लगा और वह सूज गई। एमबापे को इस कारण मैदान छोड़ना पड़ा।
फ्रांस के कोच डिडिएर डेसचैम्प्स ने एमबापे के आगे के मैचों में खेलने के संबंध में कहा,‘‘अभी हमारे हाथ में कुछ नहीं है। अभी हमें यह पता नहीं है कि उनकी चोट कितनी गंभीर है। वह टूर्नामेंट में आगे खेल पाएंगे या नहीं अभी इसका जवाब मेरे पास नहीं है।’’
फ्रांस के मिडफील्डर एनगोलो कांटे ने कहा,‘‘एमबापे के चोटिल हो जाने से हम सभी चिंतित हैं। हमें पता नहीं है कि स्थिति अभी कैसी है। हम यही उम्मीद कर रहे हैं कि चोट गंभीर न हो और वह बाकी टूर्नामेंट के लिए टीम में बने रहें। ’’
चोटिल होने से पहले एमबापे पर सभी की निगाह टिकी थी। ऑस्ट्रिया ने उन्हें खुलकर नहीं खेलने दिया, लेकिन टीम को जीत दिलाने में उन्होंने अपनी भूमिका निभाई।। वोबर ने 38वें मिनट में एमबापे का शॉट रोकने के प्रयास में ही आत्मघाती गोल किया जो आखिर में निर्णायक साबित हुआ। इससे डेसचैम्प्स ने फ्रांस का कोच रहते हुए जीत का शतक भी पूरा किया।
फ्रांस ने अभी तक दो बार यूरोपीय चैंपियनशिप जीती है लेकिन उसे 2000 के बाद अपने पहले खिताब का इंतजार है।
रोमानिया इस ग्रुप में शीर्ष पर है। उसने एक अन्य मैच में यूक्रेन को 3-0 से हराया जो उसकी यूरोपीय चैंपियनशिप में पिछले 24 वर्षों में पहली जीत है।
एपी
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