नयी दिल्ली, 27 जनवरी : उत्तरपूर्व दिल्ली के शाहदरा इलाके में एक आवासीय इमारत में आग लगने से सात महीने की एक बच्ची समेत चार लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान गौरी सोनी (40), उनके बेटे प्रथम सोनी (17), रचना (28) और उनकी सात महीने की बेटी रूही के रूप में हुई है. रचना के पति विनोद ने कहा कि वह एक जूता प्रिंटिंग कारखाने में काम करते हैं और शुक्रवार को जब यह घटना हुई तब वह अपने कार्यस्थल पर थे.
विनोद ने कहा, “मैं आमतौर पर रात 9 बजे के आसपास घर आता हूं, लेकिन शुक्रवार को मैं कुछ जल्दी शाम करीब 6 बजे घर आ गया और देखा कि हमारी इमारत में आग लग गई है. मुझे किसी का कोई फोन नहीं आया। मेरी पत्नी और बेटी को अस्पताल ले जाया गया.” उन्होंने कहा, “मैं बाद में अस्पताल पहुंचा और पाया कि उन दोनों को मृत घोषित कर दिया गया है. हम पिछले दो साल से इमारत की दूसरी मंजिल पर किराये पर रह रहे थे. मैंने अपने जीवन के दो सबसे प्रिय व्यक्तियों को खो दिया है.’’
विनोद ने बताया कि रूही 7 जून को एक साल की होने वाली थी। रूही उनकी गोद ली हुई बेटी थी। उन्होंने रचना के एक रिश्तेदार की बेटी से लड़की गोद ली थी. रचना के भाई करण कुमार ने बताया कि इमारत के भूतल पर एक गोदाम है, जहां वाइपर का रबर रखा हुआ था। करण ने कहा, ‘‘इमारत के भूतल पर एक पार्टी चल रही थी. घटना के बारे में मुझे शाम को फोन आया. मामले की जांच से घटना के कारणों का पता लगेगा। जब आग लगी तो किसी ने मेरे जीजा विनोद को घटना के बारे में सूचित करने के लिए फोन नहीं किया। मालिक अपनी पत्नी को छोड़कर इमारत से भाग गया.”
उन्होंने बताया कि इमारत की तीसरी मंजिल पर एक और परिवार था जिसकी एक महिला और उसके बेटे की इस घटना में मौत हो गई। इस घटना में गौरी और उनके बेटे प्रथम की भी जान चली गई, जबकि उनकी बेटी बच गई. गौरी के देवर योगेश सोनी ने बताया, ''भूतल पर वाइपर के रबर का गोदाम था. हमने सुना है कि किसी ने सिगरेट पीने के बाद, उसका टुकड़ा फेंक दिया और वाइपर के फोम में आग लग गई. हालांकि, वास्तविक कारण जांच के बाद पता चलेगा.’’
योगेश ने कहा, “मेरी भाभी, भतीजा और भतीजी तीसरी मंजिल पर थे. उनमें से मेरी भाभी और भतीजे की मृत्यु हो चुकी है और मेरी भतीजी जीवित है. जहां तक लग रहा है कि इनकी मौत दम घुटने से हुई है. उन्हें बाहर जाने का समय नहीं मिला और सीढ़ियों पर ही उनकी मृत्यु हो गई.’’ योगेश ने कहा कि उनके भाई एवं गौरी के पति आशुतोष सोनी मंडोली में एक निजी कंपनी में काम करते हैं और घटना के समय वह अपने कार्यालय में थे. उन्होंने बताया कि वे पिछले दो साल से इस मकान में किराये पर रह रहे थे.
आसपास के लोगों ने बताया कि आग लगने पर वे लोग आग बुझाने में जुट गए. आशुतोष के रिश्तेदार हर्ष वर्मा ने बताया कि उन्होंने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन धुआं पूरी इमारत में फैल गई। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने दोस्त के घर जा रहा था जब मैंने देखा कि इमारत में आग लग गई है. दमकल के आने से पहले हमने आसपास के घरों के पानी के पंप खोले और पानी डालना शुरू कर दिया. हमने कुछ हद तक आग पर काबू पा लिया, लेकिन धुआं बहुत घना था। आसपास के सभी लोगों ने जान बचाने की पूरी कोशिश की.’’
अग्निशमन अधिकारियों को शाम 5:22 बजे शाहदरा इलाके के एक मकान में आग लगने की सूचना मिली। दमकल की पांच गाड़ियों को मौके पर लगाया गया और शाम 6:55 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया. इमारत के भूतल पर एक घर में रखी रबर सामग्री जैसे वाइपर और रबर काटने वाली मशीन में आग लग गई थी. इमारत की चौथी मंजिल पर रहने वाले सत्य मिश्रा ने बताया कि घटना के वक्त वह मानसरोवर पार्क डीडीए फ्लैट्स में गए थे.
मिश्रा ने कहा, “दोपहर करीब 2 बजे, मैं भागवत कथा के लिए मानसरोवर पार्क गया था. मुझे शाम करीब 5 बजे मेरे पड़ोसियों का फोन आया कि हमारी इमारत में आग लगने की घटना हो गई है. जब मैं यहां पहुंचा तो देखा कि आग भूतल फैल गई है और हर कोई आग बुझाने की कोशिश कर रहा है. उस समय इमारत में बहुत अधिक धुआं था.”
स्थानीय निवासी जितेंद्र वर्मा ने बताया कि छह लोगों को अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से चार की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि उस समय यहां लोग चिल्ला रहे थे. पुलिस के मुताबिक, इमारत में चार मंजिल और एक सीढ़ी है. इमारत मालिक भरत सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. पुलिस ने कहा कि भरत सिंह ने भूतल और पहली मंजिल अपने लिए रखी थी और बाकी दो मंजिलें किराये पर दे दी थीं. पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.
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