नयी दिल्ली, 19 दिसंबर विदेश सचिव विक्रम मिसरी शुक्रवार को मॉरीशस की तीन दिवसीय यात्रा पर जाएंगे। यह द्वीपीय देश में नयी सरकार के गठन के बाद भारत के किसी वरिष्ठ अधिकारी की पहली आधिकारिक यात्रा होगी।
विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को उनकी यात्रा की घोषणा करते हुए कहा कि मिसरी की यात्रा दर्शाती है कि भारत मॉरीशस के साथ अपने संबंधों को कितनी प्राथमिकता देता है।
उसने कहा, "विदेश सचिव विक्रम मिसरी 20 से 22 दिसंबर तक मॉरीशस की आधिकारिक यात्रा पर होंगे। यह यात्रा मॉरीशस में प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के नेतृत्व में नयी सरकार के गठन के बाद भारत और मॉरीशस के बीच पहली उच्च स्तरीय द्विपक्षीय मुलाकात होगी।"
रामगुलाम के नेतृत्व में चार दलों के गठबंधन ने पिछले महीने संपन्न चुनावों में भारी अंतर से जीत दर्ज की थी।
विदेश मंत्रालय ने कहा, "यह यात्रा दोनों देशों के बीच नियमित उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की निरंतरता का प्रतीक है। यह भारत की ओर से सागर दृष्टिकोण, अफ्रीका फॉरवर्ड नीति और ग्लोबल साउथ के प्रति प्रतिबद्धता के तहत मॉरीशस के साथ अपने संबंधों को दी गई प्राथमिकता को दर्शाती है।"
भारत ने हिंद महासागर में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के मकसद से लगभग नौ साल पहले सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) दृष्टिकोण की परिकल्पना पेश की थी।
विदेश मंत्रालय ने कहा, "भारत और मॉरीशस साझा इतिहास, संस्कृति और परंपरा में निहित सदियों पुराने संबंध साझा करते हैं और इसमें कई क्षेत्रों में सहयोग शामिल है।"
उसने कहा, "यह यात्रा मॉरीशस के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी।"
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